चमकी बुखार : वैशाली में ढाढ़स बंधाने पहुंचे विधायक को बनाया बंधक, मुजफ्फरपुर में इलाज करने आये एम्स के डॉक्टर निलंबित
भगवानपुर (वैशाली) : चमकी बुखार से प्रभावित भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में रविवार को पहुंचे सांसद पशुपति कुमार पारस और लालगंज विधायक राजकुमार साह को लोगों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा. लोगों ने विधायक को आधा घंटा तक बंधक बनाये रखा. सूचना पर पहुंचे सदर एसडीओ को भी लोगों का आक्रोश झेलना […]
भगवानपुर (वैशाली) : चमकी बुखार से प्रभावित भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में रविवार को पहुंचे सांसद पशुपति कुमार पारस और लालगंज विधायक राजकुमार साह को लोगों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा. लोगों ने विधायक को आधा घंटा तक बंधक बनाये रखा.
सूचना पर पहुंचे सदर एसडीओ को भी लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा. आधा घंटे की मशक्कत के बाद एसडीओ ने विधायक को ग्रामीणों से मुक्त कराया. गांव से निकलते वक्त ग्रामीणों ने विधायक व उनके सुरक्षाकर्मियों को खदेड़ दिया. मालूम हो कि भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में चमकी बुखार से सात बच्चों की मौत हो चुकी है.
दर्जनों बच्चे इस बीमारी से पीड़ित हैं. इससे ग्रामीणों में जबर्दस्त आक्रोश व्याप्त था. रविवार को जैसे ही सांसद व विधायक गांव पहुंचे, तो उनका विरोध शुरू हो गया. विधायक को ग्रामीणों ने गाड़ी से निकलते ही जबर्दस्ती हाथ पकड़कर एक झोंपड़ी में बैठा दिया और नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान विधायक व सांसद ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लगातार विधायक मुर्दाबाद की नारेबाजी करते रहे.
हरिवंशपुर गांव में चमकी बुखार से बचाव को दवा के साथ ही किया जा रहा यज्ञ
चमकी बुखार से बच्चों की लगातार हो रही मौत व इसके बढ़ते प्रकोप को रोकने में जब स्वास्थ्य महकमा फिसड्डी साबित होने लगा, तो लोग अपने जिगर के टुकड़े की सलामती के लिए ऊपर वाले की आरजू मिन्नत में जुट गये हैं.
लोग अपने घरों में हवन यज्ञ व पूजा-पाठ कराने लगे हैं. भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में रविवार को एक ओर जहां महिला डॉक्टरों की टीम बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने में जुटी हुई थी, तो दूसरी ओर शांतिकुंज हरिद्वार व गायत्री शक्तिपीठ, दिग्घी, हाजीपुर से वहां पहुंचे आचार्य घर-घर में हवन यज्ञ व पूजा-अर्चना कराने में जुटे हुए थे.
आचार्यों का दावा है कि वे हरिद्वार से कई तरह की जड़ी-बूटियों को अपने साथ लेकर आये हैं. उनसे हवन यज्ञ करने व यज्ञवेदी से उठने वाले धुएं से वातावरण में फैले इस बीमारी के वायरस नष्ट हो जायेंगे. मालूम हो कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में चार जून से अब तक 17 बच्चों की चमकी बुखार से मौत हो चुकी है.
पीएम समेत 40 सांसदों के पुतले जलाये
मुजफ्फरपुर : चमकी बुखार से हो रही बच्चों की माैत पर युवा शक्ति ने रविवार को भगवानपुर चौक पर पीएम सहित 40 सांसदों व सूबे के स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन किया. संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अनय राज के नेतृत्व में पहले अरथी जुलूस निकाला गया. इसके बाद पुतला दहन हुआ. महिला मोर्चा की प्रदेश संयोजक सुषमा भारती ने कहा कि मुजफ्फरपुर सहित वैशाली जिले के कई बच्चे इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि दोनों क्षेत्रों के सांसदों का बयान बेतुका है.
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष जुनैद हसन ने कहा कि सरकार की लापरवाही से इतने बच्चों की जान गयी है. जब तक मोदी सरकार तीनों मंत्रियों का इस्तीफा नहीं लेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. अनय राज ने कहा कि सरकार की लापरवाही से मरे बच्चों के परिजनों को 10 लाख मुआवजा व परिजन काे सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए.
मुजफ्फरपुर इलाज करने आये पटना एम्स के डॉक्टर निलंबित
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का इलाज करने आये एम्स पटना के डॉक्टर भीम सेन को स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव डॉ कौशल किशोर ने लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. शनिवार की देर रात अधीक्षक सुनील कुमार शाही को उन्होंने पत्र भेज कर काम करने से उन्हें रोकने का निर्देश दिया.
अधीक्षक ने कहा कि पत्र मिलने के बाद उन्होंने डॉ भीम सेन काे लेटर दे दिया. अपर सचिव ने रात्रि को पीआइसीयू-टू का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉ भीम सेन पीआइसीयू में उपस्थित नहीं थे. इसके बाद अपर सचिव ने पीआइसीयू में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों से पूछा कि किस डॉक्टर की ड्यूटी है, तो बताया गया कि डॉ भीम सेन की ड्यूटी लगी है. इसके बाद उन्होंने निलंबित करने का आदेश निकाल दिया.
इधर भीम सेन ने कहा कि उन्होंने इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती है. जो ड्यूटी दी गयी थी, उसे वह पूरी तरह से निभाये हैं. उन्होंने कहा कि उनकी ड्यूटी शनिवार को पीआइसीयू-टू में दो बजे से रात्रि से नौ बजे तक थी. रात्रि में नौ बजे ड्यूटी करने के बाद वह खाना खाने के लिए चले गये. इसी बीच अपर सचिव ने पीआइसीयू-टू का निरीक्षण किया. भीम सेन ने कहा कि अगर सीसीटीवी फुटेज की जांच कर लें, तो वह ड्यूटी किये हैं या नहीं, इसका खुलासा हो जायेगा.