जिला ओडीएफ घोषित, खुले में लोग जा रहे शौच
जहानाबाद. : विश्व शौचालय दिवस 19 नवंबर 2019 को जहानाबाद जिला पूरी तरह ओडीएफ घोषित कर दिया गया था. जिले की सभी पंचायतें, नगर पंचायतें और नगर पर्षद को अभियान चलाकर क्रमश: ओडीएफ घोषित कर दिया गया था. सरकारी फाइलों में जहानाबाद खुले में शौच की बुराई से मुक्त है, लेकिन हकीकत कुछ और ही […]
जहानाबाद. : विश्व शौचालय दिवस 19 नवंबर 2019 को जहानाबाद जिला पूरी तरह ओडीएफ घोषित कर दिया गया था. जिले की सभी पंचायतें, नगर पंचायतें और नगर पर्षद को अभियान चलाकर क्रमश: ओडीएफ घोषित कर दिया गया था. सरकारी फाइलों में जहानाबाद खुले में शौच की बुराई से मुक्त है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. नगर पर्षद के अंतर्गत भरथुआ-बैरागी इलाके में स्टेट हाइवे के किनारों पर सुबह-सबेरे और देर शाम को बच्चे, बूढ़ों और महिलाओं को खुले में शौच करते रोजाना देखा जा सकता है.
वहीं जहानाबाद-कल्पा रोड में सहवाजपुर-कल्पा के बीच भी यही स्थिति है. गांव में सड़कों के किनारे भी लोग खुले में शौच जाने से बाज नहीं आ रहे. जबकि सरकार द्वारा हर घर में शौचालय बनाने का अभियान जोरों-शोरों से चलाया गया, इसके लिए भारी सब्सिडी भी दी गयी, बावजूद जिले में लोगों का खुले में शौच जाना जनता की मानसिकता और सरकारी योजनाओं की असफलता का जीता-जागता उदाहरण है.
शहरी इलाका भी नहीं है ओडीएफ : नगर पर्षद जहानाबाद सरकारी फाइलों में ओडीएफ घोषित है. जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार ही शहर में 386 घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है. शहर के आंबेडकर नगर और रामगढ़ इलाके के बहुत से घरों में शौचालय न होने के कारण खुले में जाने को मजबूर हैं. संगम घाट-ठाकुरबाड़ी के आसपास लोगों को खुले में जाते आसानी से देखा जा सकता है, जिससे काफी गंदगी पसरी रहती है.
शहरी स्वच्छता मिशन के अंतर्गत ऐसे लोगों के लिए छह-छह लाख की लागत से चार चलंत शौचालय नगर पर्षद द्वारा मुहल्लों के आसपास रखवाये गये थे, पर गंदगी और जागरूकता के अभाव के कारण लोग इनका प्रयोग नहीं कर रहे. वहीं शौचालयविहीन घरों के लोगों के लिए सामुदायिक शौचालय अभी तक निर्मित नहीं हुए हैं जिसके कारण भी लोग खुले में जाते दिख रहे हैं.
बोले पदाधिकारी
नगर पर्षद द्वारा शहर में 10 सामुदायिक शौचालय, वहीं दो सार्वजनिक शौचालय सहित कई शौचालय और यूरिनल बनवाये जाने हैं. शौचालयविहीन घरों के लिए चलंत शौचालय की व्यवस्था की गयी है. जागरूकता की कमी और अशिक्षा के कारण खुले में शौच जाने की शिकायतें मिल रही हैं.
– मुकेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद, जहानाबाद
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
शहरी विकास विभाग के निर्देश व प्रावधानों के तहत अविश्वास प्रस्ताव पर नियमानुसार चर्चा कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की गयी हैं. सभी वार्ड पार्षदों को नियमानुसार पत्र निर्गत कर ससमय अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. वहीं प्रशासन से अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के दौरान परिसर से लेकर बैठक स्थल तक सुरक्षा के प्रबंध किये गये हैं. संजय कुमार उपाध्याय, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम