नम आंखों से दी स्वतंत्रता सेनानी को अंतिम विदाई
बिदुपुर : बिदुपुर प्रखंड के चेचर घाट पर गंगा नदी किनारे सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के पुरोधा स्वतंत्रता सेनानी राम पुकार सिंह को राजकीय सम्मान के साथ हजारों लोगों ने विदाई दी. उनको मुखाग्नि पुत्र चंद्रदेव सिंह ने दी. बिदुपुर थाना के आधा दर्जन पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उनके घर […]
बिदुपुर : बिदुपुर प्रखंड के चेचर घाट पर गंगा नदी किनारे सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के पुरोधा स्वतंत्रता सेनानी राम पुकार सिंह को राजकीय सम्मान के साथ हजारों लोगों ने विदाई दी. उनको मुखाग्नि पुत्र चंद्रदेव सिंह ने दी. बिदुपुर थाना के आधा दर्जन पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
उनके घर पहुंचे बीडीओ प्रशांत कुमार, बिदुपुर थाना के एएसआइ रवींद्र कुमार ने उनके पार्थिव शरीर पर तिरंगा झंडा एवं फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया. बीडीओ प्रशांत कुमार ने कहा कि मर कर भी राम पुकार बाबू अमर हो गये हैं. चेचर को विश्व पटल पर लाने वाले राम पुकार सिंह ही थे. सौ वर्ष की उम्र में भी वे गांव के विकास के लिए प्रयत्नशील रहें.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे प्रभावित होकर दो बार उनसे मिलने के लिए घर आये और चेचर संग्रहालय का सरकार ने अधिग्रहण किया. गंगा नदी किनारे सीओ लाला प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, चंद्रभूषण सिंह, चंद्रदेव सिंह सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद थे. जानकारी के अनुसार रामपुकार बाबू का 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन काफी सराहनीय योगदान था. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने उन्हें प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया था.