दुष्कर्म मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल

हाजीपुर : सदर थाने के कुतुबपुर डुमरी गांव में एक नाबालिग छात्र से बलात्कार की कोशिश के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है. पीड़ित छात्र के पिता ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से मिल कर पुलिस अधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण के दौरान प्राथमिकी में दर्ज मूल दफा को हटा कर आरोपित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2014 4:55 AM
हाजीपुर : सदर थाने के कुतुबपुर डुमरी गांव में एक नाबालिग छात्र से बलात्कार की कोशिश के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है. पीड़ित छात्र के पिता ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से मिल कर पुलिस अधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण के दौरान प्राथमिकी में दर्ज मूल दफा को हटा कर आरोपित को नाजायज तरीके से लाभ पहुंचाने की शिकायत करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है.
बताते चलें कि विगत 27 जुलाई को 13 वर्षीया छात्र ने सदर थाना में अपने गांव के ही शिक्षक रंजीत कुमार चौधरी पर घर में घुस कर बलात्कार की कोशिश करने का आरोप लगाया था. मध्य विद्यालय अस्तीपुर में आठवीं कक्षा की छात्र को घर में अकेली पाकर शिक्षक, जो उसी विद्यालय में पदस्थापित है, ने जबरदस्ती करनी चाही, मगर छात्र के चिल्लाने पर परिजनों के जुट जाने पर वह भाग खड़ा हुआ. पीड़िता की शिकायत पर सदर थाने में शिक्षक खिलाफ धारा 376 और 511 के तहत कांड संख्या 352/14 दर्ज किया गया था.
कांड के पर्यवेक्षण के क्रम में वरीय पुलिस अधिकारी ने नामजद अभियुक्त के खिलाफ धारा 354 के तहत घटना को सत्य पाया. एसपी को दिये गये आवेदन में छात्र के पिता ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पर आरोपित से मिल कर कांड के मूल दफा को हटा कर उसे लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है. उधर इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आइजी कमजोर वर्ग अरविंद पांडे ने वैशाली एसपी को इस मामले की जांच का निर्देश दिया है. उन्होंने लड़की के नाबालिग होने के बाद भी आरोपित के खिलाफ पाक्सो की धारा नहीं लगाये जाने पर आश्चर्य प्रकट किया.

Next Article

Exit mobile version