राशि नहीं मिलने पर फूटा छात्रों का गुस्सा

हाजीपुर : प्रवेशिका परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने करने वाले जिले के सैकड़ों छात्र राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने से हताश होने लगे हैं. इसे लेकर छात्रों का आक्रोश सोमवार को समाहरणालय पर फूट पड़ा. जिला प्रशासन की बेरुखी और विभागीय लापरवाही ने इन छात्रों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2014 1:44 AM

हाजीपुर : प्रवेशिका परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने करने वाले जिले के सैकड़ों छात्र राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने से हताश होने लगे हैं. इसे लेकर छात्रों का आक्रोश सोमवार को समाहरणालय पर फूट पड़ा. जिला प्रशासन की बेरुखी और विभागीय लापरवाही ने इन छात्रों को आंदोलित होने पर विवश कर दिया है.

छात्रों के समूह ने जिलाधिकारी कार्यालय के परिसर में जम कर हंगामा किया. आक्रोशित छात्रों का कहना था कि वर्ष 2012-13 की प्रवेशिका परीक्षा का परिणाम आये साल भर हो गया, लेकिन प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए जिले के 400 से अधिक छात्रों को अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिल सकी है. छात्रों ने बताया कि अब तक वे कल्याण विभाग से लेकर शिक्षा विभाग का कई चक्कर काट चुके हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. इन विभागों के अधिकारी छात्रों की सुनने को तैयार नहीं हैं.

बाद में कुछ बुद्धिजीवियों और ट्रेड यूनियन के नेताओं के समझाने पर उत्तेजित छात्र शांत हुए. छात्रों का कहना था प्रशासन ने दोहरा मापदंड अपनाते हुए कुछ छात्रों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया. जबकि लगभग सवा चार सौ छात्रों का भुगतान रोक दिया गया है. प्रतिनिधि मंडल में पंकज कुमार शर्मा, सूरज कुमार, सन्नी कुमार, सुजीत कुमार, नीरज कुमार, निखिल कुमार, मनीष कुमार दास, शिव पूजन सहनी, कौशल कुमार, भूषण कुमार, अविनाश कुमार आदि छात्र शामिल थे.

कई छात्रों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण इंटर की पढ़ाई के लिए पूरी पाठ्य पुस्तकें अब तक नहीं खरीदी गयी हैं. जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है. भाकपा के जिला सचिव अमृत गिरि, पेंशनर समाज के संगठन मंत्री सुरेश प्रसाद सिंह, अधिवक्ता अवधेश कुमार आदि ने जिलाधिकारी से इस मामले में विशेष पहल कर छात्रों को अविलंब प्रोत्साहन राशि का भुगतान कराने की मांग की है.

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