दो वर्षों से उद्घाटन का इंतजार कर रहा कार्डियक केयर यूनिट

हाजीपुर : सदर अस्पताल का कार्डियक केयर यूनिट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. निर्माण कार्य पूरा होने के दो वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने पर भी अब तक इस यूनिट का उद्घाटन नहीं हो पाया है. चिकित्सकों की कमी की वजह से इस यूनिट का दरवाजा अब तक बंद पड़ा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2014 1:45 AM

हाजीपुर : सदर अस्पताल का कार्डियक केयर यूनिट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. निर्माण कार्य पूरा होने के दो वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने पर भी अब तक इस यूनिट का उद्घाटन नहीं हो पाया है. चिकित्सकों की कमी की वजह से इस यूनिट का दरवाजा अब तक बंद पड़ा है. लाखों रुपये की लागत से बने सीसीयू वार्ड में कई मशीनें रखी-रखी खराब हो गयी हैं. हालत यह है कि इस में इलाज कराने वाले मरीज को तुरंत पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है. फिलहाल इस यूनिट का कमरा हाई प्रोफाइल लोगों को अड्डा बना हुआ है. आराम फरमाने के लिए यही सही व्यवस्था नजर आती है.

* सीसीयू की हालत

लगभग दो वर्ष पूर्व इस यूनिट को बनाया गया. इसके अंदर एयर कंडीशनर मशीन, तीन बेड, प्लस मशीन, बीपी मशीन सहित कई आधुनिक मशीनें लगायी गयी. जिसकी कीमत साढ़े नौ लाख रुपये बतायी जाती है. इसके निर्माण में कुल पचास लाख रुपये खर्च करने की बात बतायी गयी है. इलाज का काम शुरू नहीं होने से सभी मशीनें खराब पड़ी हुई हैं. चिकित्सकों की बहाली नहीं होने से बंद पड़े सीसीयू में अक्सर स्वास्थ्य कर्मी एवं उनके परिचित लोग आराम फरमाते हैं. जिससे यूनिट की कई मशीनें व एसी को प्रभावित किया जाता है. हालांकि इसके लिए प्रशासनिक तौर कोई अनुमति नहीं देता है.

सीसीयू में गंभीर हालत वाले मरीज का इलाज होता है. जिले से नाजुक परिस्थिति में आने वाले मरीजों को इलाज यही होना चाहिए, लेकिन ज्यादातर मरीजों को पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है. स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण इस यूनिट का शुभारंभ नहीं हो पाता है. जिसकी वजह से हर रोज काफी संख्या में मरीजों को रेफर किया जाता है. कई लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते है. अगर इस यूनिट में इलाज शुरू हो जाता तो अब तक काफी लोगों की जान बचायी जा सकती थी.

Next Article

Exit mobile version