* कुशवाहा आश्रम में जदयू की हुई जिलास्तरीय बैठक
हाजीपुर : प्रशासनिक अधिकारी जनता के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया का त्याग कर जन भावनाओं के अनुरूप कार्य करें. साढ़े सात साल के सुशासन में बिहार की जनता में राजनीतिक चेतना का विकास हुआ है.
सूबे के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रमई राम ने नगर के एसडीओ रोड स्थित कुशवाहा आश्रम में जदयू की जिलास्तरीय विस्तारित बैठक में ये बातें कहीं. कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों की शिकायत पर श्री राम ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो प्रशासनिक अधिकारी हमारे कार्यकर्ताओं को उचित मान-सम्मान नहीं देंगे, वे बख्शे नहीं जायेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे लोकसभा चुनाव में भाजपा के सांप्रदायिक कार्ड को विफल करने, सामाजिक समरसता और धर्मनिरपेक्षता को बरकरार रखने के लिए कमर कस कर तैयार रहें. उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ वोट के लिए ही राम मंदिर का मुद्दा उछालती है.
मंदिर बनवाने की मंशा उसकी कभी नहीं रही. नरेंद्र मोदी जैसे नेता एक बार फिर देश को अशांत करने की साजिश रच रहे हैं. इसी समारोह में पंचायती राज सह ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह ने कहा कि देश और संविधान के साथ विश्वासघात करने वाली पार्टी उलटे हमारी पार्टी पर विश्वासघात करने का आरोप लगा रही है. बिहार की जनता इनके भीतरी एजेंडे को समझ रही है.
रामजन्म भूमि, धारा 370 और सिविल कोड जैसे विवादास्पद मुद्दों को उभार कर सांप्रदायिकता के रथ पर सवार हो देश की सत्ता तक पहुंचने की भाजपा की चाल को बिहार कभी सफल नहीं होने देगा. विधान पार्षद राजेंद्र राय, लालगंज के विधायक अन्नू शुक्ला, राघोपुर के विधायक सतीश कुमार, महुआ के विधायक रवींद्र यादव, राजापाकर के विधायक संजय कुमार दास तथा परिवहन एवं सूचना मंत्री वृशिण पटेल के प्रतिनिधि सिद्धार्थ पटेल ने बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी कार्यकताओं के मान-सम्मान की वकालत की.
यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं को पार्टी हित को सर्वोपरि मानते हुए निजी लाभ और आकांक्षाओं से ऊपर उठ कर जनहित में काम करना होगा, तभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के न्याय के साथ विकास का काम पूरा होगा. बैठक की अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश कुशवाहा ने की तथा संचालन मनीष शुक्ला ने किया.
मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष देव कुमार चौरसिया, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रो रामानंद गुप्ता, कन्हैया प्रसाद सिंह, विजय कुमार सहनी समेत अनेक नेताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए पार्टी को पंचायत स्तर तक मजबूत बनाने पर बल दिया. प्रत्येक बूथ पर 10 यूथ की कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया. इस अवसर पर राजद नेता इल्ताफ अंसारी तथा मो युनूस ने राजद छोड़ कर जदयू में शामिल हो गये.