छात्राओं ने किया हंगामा

हाजीपुर : राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की कु व्यवस्था को ङोलते-ङोलते तंग हुई सभी छात्राओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. इसके बाद विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की और स्कूल के प्रवेश द्वार पर लटके ताले को तोड़ दिया.साथ ही डे केयर नामक संस्था के कब्जे में पड़े कमरे के दरवाजे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2014 11:26 AM
हाजीपुर : राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की कु व्यवस्था को ङोलते-ङोलते तंग हुई सभी छात्राओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. इसके बाद विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की और स्कूल के प्रवेश द्वार पर लटके ताले को तोड़ दिया.साथ ही डे केयर नामक संस्था के कब्जे में पड़े कमरे के दरवाजे को भी तोड़ने की कोशिश की गयी.
छात्राओं ने स्कू ल परिसर में उत्पात मचाने के बाद डीएम एवं एसडीओ कार्यालय पहुंच कर विद्यालय की तमाम कु व्यवस्था एवं लापरवाही की शिकायत की. छात्राओं की शिकायत पर डीएम ने शिक्षा पदाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया. त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जांच दल गठन कर विद्यालय की समस्या की रिपोर्ट देने को कहा है.बताया गया है कि विद्यालय की निलंबित प्राचार्या एवं प्रभारी प्राचार्या के बीच के विवाद के कारण स्कूल की पढ़ाई व अन्य कार्य बाधित हो रहे हैं.
बालिकाओं को डांटा
अपने हक की खातिर लड़ने को आगे बढ़ी बालिकाओं को डे केयर के कर्मचारी डांट-फटकार कर भगाने लगे.लेकिन बुलंद हौसले से अपनी आवाज को उठाने वाली सभी बालिकाओं ने भी मुंहतोड़ जवाब देती रही. उसके बाद डे केयर के कर्मियों ने दो दिनों में विद्यालय के कमरे खाली करने का आश्वासन दिया.
क्या कहती हैं छात्राएं
विद्यालय की कक्षा सात एवं आठ की सिमरन,वैष्णवी,निशा,साक्षी,रानी एवं रिया ने संयुक्त रूप से कहा कि कई माह से छात्रवृत्ति नहीं मिली, बैठने के लिए बेंच नहीं हैं,पानी पीने के लिए स्कूल से बाहर जाना पड़ता है. खेलने की जगह फलों के पेड़ लगा दिये गये है. हाजिरी छात्राएं खुद बनाती हैं. विद्यालय में सफाई कर्मी गायब रहते है.इन तमाम कमियों को अविलंब पूरा किया जाये.
विवाद में उलझा विद्यालय का विकास
विद्यालय में हंगामा के वक्त बड़ी संख्या में अभिभावक भी पहुंच गये. अभिभावकों ने कहा कि पुष्प लता और नाजनीन मैडम के बीच विवाद से विद्यालय का विकास बाधित हो रहा है.बालिकाओं की पढ़ाई बाधित हो रही है.कई माह से यह विवाद सुलझ नहीं रहा है.आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. इसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है.

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