महत्वपूर्ण घटनाओं का नहीं लगा सुराग

हाजीपुर :वैशाली पुलिस भले ही अपनी कामयाबी का जश्न मनाने की तैयारी में हो, लेकिन हाजीपुर की तीन वारदातों को पुलिस सुलझा नहीं सकी. सिर्फ पुलिस के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी तीनों घटनाएं रहस्य बन कर रह गयी हैं. विनायक अपहरण कांड, विधि छात्र हत्याकांड एवं टुकड़ों में मिले युवक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2014 8:49 AM
हाजीपुर :वैशाली पुलिस भले ही अपनी कामयाबी का जश्न मनाने की तैयारी में हो, लेकिन हाजीपुर की तीन वारदातों को पुलिस सुलझा नहीं सकी. सिर्फ पुलिस के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी तीनों घटनाएं रहस्य बन कर रह गयी हैं. विनायक अपहरण कांड, विधि छात्र हत्याकांड एवं टुकड़ों में मिले युवक का शव. ये तीन ऐसे आपराधिक मामले हैं, जिनका खुलासा नहीं हो पाया.
संयोग ऐसा कि इन तीनों घटनाओं को सुलझाने का जिम्मा हाजीपुर नगर पुलिस को ही है. अलग-अलग अनुसंधानक सभी केस का परदाफाश करने का दावा करते रहे. साल बीत गया, मगर हत्या व अपहरण की इन घटनाओं से राज का परदा नहीं हट पाया.
कब-कब हुईं घटनाएं : 10 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार था. राखी बंधा कर नगर के अदलबाड़ी निवासी अवधेश कुमार का पुत्र विनायक अपने घर के पास ही खेलते-खेलते गायब हो गया था. साइकिल समेत उसे अगवा कर लिया गया था. अगवा होने के करीब एक माह बाद पुलिस ने विशाल,उत्सव एवं धर्मेंदर नाम के किशोरों को फिरौती मांगने के आरोप में पकड़ कर रिमांड होम भेज दिया. इसके बाद पुलिस की कार्रवाई थम-सी गयी.
20 अगस्त की रात हाजीपुर कौनहारा घाट पर रहस्यमय ढंग से विधि कॉलेज के दो छात्रों की मौत हो गयी थी. पटना की चाणक्या नेशनल लॉ यूनिर्वसिटी के अभिषेक एवं श्रीयन की मौत हुई थी. इन दोनों के शव आज तक नहीं मिल पाये. हालांकि इनकी हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी. मृतक के पिता के बयान पर मामला दर्ज हुआ था. मृतकों में आरा एवं कानपुर के छात्र थे. वे दोनों अपने दोस्तों के साथ हाजीपुर में गंगा घाट पर पिकनिक मनाने आये थे.
पांच नवंबर को महा पावन दिवस था.हर लोग गंगा में डुबकी लगाने को बेताब थे. इसी बीच हाजीपुर शहर की दो जगहों पर एक युवक को कई टुकड़ों में नृशंस तरीके से काट कर फेंका गया था. नगर की शाही कॉलोनी के समीप छह-सात टुकड़े एवं दिग्घी रेलवे गुमटी के निकट चार-पांच टुकड़ों में युवक का शव मिला था, लेकिन सिर नहीं मिल पाया था. शव के कटे हाथ पर जीतन कुमार लिखा था. इस नृशंस हत्याकांड का भी सुराग नहीं मिल पाया है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
तीनों मामलों का अनुसंधान जारी है. अनुसंधानकर्ता लगातार विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं. बहुत जल्द सभी कांडों को निष्पादन कर लिया जायेगा. अगवा बच्चे को भी बरामद करने के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है. डूबे छात्रों को भी काफी ढूंढ़ा गया है.अभी भी तलाश जारी है.
जितेंद्र प्रसाद, नगर थानाध्यक्ष.

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