जाम नहीं होता, तो लुटने से बच जाते 15 लाख रुपये
हाजीपुर : अगर गांधी चौक पर जाम नहीं होता, तो शायद महिंद्रा फाइनांस के 15 लाख रुपये लुटने से बच जाते और अपराधी भी पकड़े जाते या फिर पुलिस के हाथों मारे जाते. लेकिन महज दो-तीन मिनट के फासले से परिणाम नहीं बदल सका. हुआ यूं कि अपराधियों ने 12.25 मिनट पर फाइनांस कंपनी के […]
हाजीपुर : अगर गांधी चौक पर जाम नहीं होता, तो शायद महिंद्रा फाइनांस के 15 लाख रुपये लुटने से बच जाते और अपराधी भी पकड़े जाते या फिर पुलिस के हाथों मारे जाते. लेकिन महज दो-तीन मिनट के फासले से परिणाम नहीं बदल सका. हुआ यूं कि अपराधियों ने 12.25 मिनट पर फाइनांस कंपनी के कर्मियों से पैसे लूटने के लिए आ धमके.
इसी बीच फाइनांस ऑफिस से नगर पुलिस को सूचना दी गयी. इसके बाद एसआइ शाहनाज हुसैन बाइक से मौका-ए-वारदात पर चल दिये थे, लेकिन तीन-चार मिनट गांधी चौक पर वाहनों के जाम में फंस जाने के कारण अपराधियों को नहीं पकड़ सके. बताया जाता है कि ठीक 12.30 बजे अपराधियों का गिरोह रुपये लेकर फरार हो गया. सिर्फ पांच मिनट में 15 लाख रुपये लुट गये. इसके बाद नगर पुलिस ने लोगों के बतायी दिशा में अपराधियों को पकड़ने के लिए पीछा किया. पुलिस पदाधिकारी को उस वक्त अगर अपराधी नजर आ जाते ,तो पुलिस की गन के निशाने पर होते, जैसा कि पुलिस दावा कर रही है.
सरगना है टारगेट पर : लूटकांड के बाद पुलिस ने घटना में संलिप्त लुटेरों की पहचान कर लेने का दावा किया है. प्रत्यक्षदर्शियों के बताये हुलिये के अनुसार लुटेरों के गिरोह का भी पता चल गया है. पुलिस की विशेष टीम लूट गिरोह के सरगना को पकड़ने के लिए सभी संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है.
एसडीपीओ के नेतृत्व में बनी टीम : एसडीपीओ पंकज रावत के नेतृत्व में छह थानाध्यक्षों को गठित टीम में शामिल किया गया है, जिसमें नगर थानाध्यक्ष जीतेंद्र प्रसाद, सदर थानाध्यक्ष सुनील कुमार, लालगंज थानाध्यक्ष चंदन कुमार, गोरौल थानाध्यक्ष दिलीप कुमार, बिदुपुर थानाध्यक्ष शैलेश्वर प्रसाद हैं. इसके अलावा नगर थाने के पुलिस अवर निरीक्षक मनोज कुमार एवं पीसी मिश्र भी इस टीम में शामिल हैं.
छापेमारी में सुराग मिले : घटना के बाद पुलिस के विशेष दल ने लगातार छापेमारी शुरू कर दी है. नगर, सदर, औद्योगिक ,गंगाब्रिज एवं अन्य थाना क्षेत्र में अपराधियों का ठिकाना पता चलने पर पुलिस ने धावा बोला है, जहां से कई अहम सुराग मिलने का पुलिस ने दावा किया है, लेकिन पुलिस को अभी तक किसी को कब्जे में लेने में सफलता नहीं मिली है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
अपराधियों को पकड़ने के लिए अनेक स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. लूटकांड को अंजाम देनेवाले गिरोह का पता चल गया है. साथ ही इस वारदात में संलिप्त लुटेरों की पहचान भी हो गयी है. बहुत जल्द मामले का भंडाफोड़ किया जायेगा.
पंकज रावत, एसडीपीओ