पांच दिन बाद भी अधिकारी नहीं ले रहे सुध
मामला शिक्षा के लिए अनशन पर बैठे बच्चों का हाजीपुर/सहदेई बुजुर्ग : बच्चों के अनशन का सोमवार को पांचवां दिन बीत गया, लेकिन अधिकारी चुप हैं. इससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पीएचसी के चिकित्सक डॉ संजय कुमार बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने पहुंचे और तन्नु कुमारी […]
मामला शिक्षा के लिए अनशन पर बैठे बच्चों का
हाजीपुर/सहदेई बुजुर्ग : बच्चों के अनशन का सोमवार को पांचवां दिन बीत गया, लेकिन अधिकारी चुप हैं. इससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पीएचसी के चिकित्सक डॉ संजय कुमार बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने पहुंचे और तन्नु कुमारी और साक्षी को स्लाइन लगाने की आवश्यकता जतायी.
उन्होंने प्रिया, मुस्कान एवं सलोनी की हालत को चिंताजनक बताते हुए उन्हें भी स्लाइन लगा देने की बात कही. ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षकों की मनमानी को देखते हुए उन लोगों ने जब विरोध किया, तो शिक्षकों ने शिक्षा देना बंद कर षड्यंत्र प्रारंभ कर दिया. शिक्षकों ने ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज करा हड़ताल शुरू कर दी, जिसके बाद से स्कूल बंद है.
ग्रामीण कह रहे हैं कि पहले दिन ही इस बात की सूचना स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चधिकारियों को दी गयी, लेकिन कोई इन मासूम बच्चों को देखने नहीं आया. कई लोगों ने उन्हें अनशन समाप्त करने को कहा, लेकिन बच्चे जिद पर अड़ गये हैं कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जायेगी, वे अनशन समाप्त नहीं करेंगे.
उनकी एक ही मांग है कि विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था बहाल हो. उन्हें शिक्षा चाहिए. ज्ञात हो कि विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए बच्चों ने अनशन प्रारंभ कर दिया.
एक-दो दिन तक लोगों ने समझा कि बच्चे हैं ग्रामीणों की पहल पर वे अनशन समाप्त कर देंगे, लेकिन जब बात आगे बढ़ी तो बच्चों ने इसे बच्चों का खेल नहीं मानने की सलाह दी. वे पूरी गंभीरता से अपने आंदोलन के सफल होने का इंतजार कर रहे हैं.