बच्चू हत्याकांड के आइओ सस्पेंड
हाजीपुर : वैशाली एसपी सुरेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि बार-बार कहे जाने के बाद भी बच्चू राय हत्याकांड के अनुसंधानक नगर थाने के दारोगा ब्रजेश कुमार ने लापरवाही बरती. इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी. बताया गया है कि एसआइ ब्रजेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है तथा उनकी जगह पर एसआइ मनोज कुमार सिंह […]
हाजीपुर : वैशाली एसपी सुरेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि बार-बार कहे जाने के बाद भी बच्चू राय हत्याकांड के अनुसंधानक नगर थाने के दारोगा ब्रजेश कुमार ने लापरवाही बरती. इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी. बताया गया है कि एसआइ ब्रजेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है तथा उनकी जगह पर एसआइ मनोज कुमार सिंह को बच्चू राय हत्याकांड के अनुसंधान की कमान सौंपी गयी है.
मालूम हो कि वर्ष 2014 के 31 दिसंबर की रात को महनार के इशहाकपुर निवासी राजनीतिक कार्यकर्ता एवं ठेकेदार बच्चू राय की गोली मार कर एसडीपीओ के आवास के समीप हत्या कर दी गयी थी. इस मामले की प्राथमिकी मृतक ठेकेदार के भाई ने नगर थाने में दर्ज करायी थी. प्राथमिकी में अपने ही गांव के हरिहर राय के साथ चुनावी विवाद बताया था.
इसके अलावा मृत ठेकेदार बच्चू राय भी अपने गांव के ही स्व.चंद्रशेखर राय हत्याकांड का अभियुक्त था. इस घटना के प्रति शोध में भी बच्चू राय की हत्या होने की शंका व्यक्त की जा रही है. मृतक के परिजनों द्वारा इन बातों को बताये जाने के बाद भी पुलिस अब तक हाथ- पर- हाथ रख कर बैठी थी.
इसके कारण पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड करने की कार्रवाई करनी पड़ी. इसके पहले प्रभात खबर ने इस हत्या के मामले में पुलिस की सुस्ती को लेकर कई बार रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी. समझा जाता है कि एसपी ने खबरों को संज्ञान में लेते हुए यह कार्रवाई की है.
गिरोह का परदाफाश करने में जुटी हाजीपुर व दिल्ली पुलिस
हाजीपुर : अंतरप्रांतीय ठग गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए आयी दिल्ली पुलिस को अब तक सफलता नहीं मिली है. दो दिनों से लगातार शहर में छापेमारी करने के बाद भी पुलिस को ठगों का सुराग नहीं लग पाया है.
बताया गया है कि हाजीपुर के आधा दर्जन युवक ठगी के धंधे में लिप्त हैं, जो देश के कई प्रांतों में घूम-घूम कर जाली विज्ञापन के जरिये बेरोजगारों से करोड़ों रुपये ठग कर फरार हो चुके हैं. गत दिनों दिल्ली से लगभग 10 से अधिक युवकों को चूना लगा कर फरार हो गये. बताया गया है कि सिर्फ दिल्ली पुलिस के पास हाजीपुर के युवकों के खिलाफ कई मामले हैं.
बताया गया है कि करीब 40 करोड़ रुपये ठग कर फरार हुए ठगों का गिरोह पूरे देश में फै ला है. अब तक दिल्ली, हरियाणा, पंजाब,यूपी, झारखंड, बंगाल व ओड़िशा के सैकड़ों युवकों को अपना शिकार बना चुका है. बताया जाता है कि ठग गिरोह अखबार में विज्ञापन देकर युवकों को फंसाता है. फर्जी मोबाइल नंबर देता है, जो पैसा लेने के बाद बंद कर दिया जाता है.
पुलिस अनुसंधान में पता चला है कि फर्जी पहचान पत्र से सिम कार्ड लेकर ठगी करने काम किया जाता है. इसलिए पुलिस को इन ठगों को पकड़ने में बड़ी परेशानी होती है. बताया गया है इस गिरोह के ठगों ने सबसे पहले बिहार के पटना, हाजीपुर, छपरा, दरभंगा, कटिहार और समस्तीपुर सहित अन्य शहरों में बेरोजगार युवकों का ठगा.उसके बाद दूसरे प्रदेश में जाल फैलाया. बताया जा रहा है कि सिर्फ दिल्ली से 40 करोड़ की ठगी की है.
अन्य प्रांतों का हिसाब तो अभी बाकी है. इस संबंध में दिल्ली पुलिस कछ भी बताने से इनकार कर रही है. हाजीपुर नगर पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस को संदेह है कि ठगों का गिरोह हाजीपुर में छिपा है.