..आखिर मिल गया अनाथाश्रम की दीपिका को जीवन साथी
अपनी किस्मत पर आंसू बहाने वाली अनाथ दीपिका को आखिरकार अपना जीवन साथी बनानेवाला इनसान मिल ही गया. अनाथालय के बाद अल्पावास गृह में समय गुजार रही दीपिका हमेशा अपने भाग्य को कोसती थी. लेकिन अब बहुत जल्द ही उसके हाथ पीले होंगे. रहम दिल एक युवक ने ‘प्रभात खबर’ में अनाथ दीपिका की दर्द […]
अपनी किस्मत पर आंसू बहाने वाली अनाथ दीपिका को आखिरकार अपना जीवन साथी बनानेवाला इनसान मिल ही गया. अनाथालय के बाद अल्पावास गृह में समय गुजार रही दीपिका हमेशा अपने भाग्य को कोसती थी. लेकिन अब बहुत जल्द ही उसके हाथ पीले होंगे.
रहम दिल एक युवक ने ‘प्रभात खबर’ में अनाथ दीपिका की दर्द भरी दास्तान पढ़ कर उसे अपनाने का फैसला किया. जिले में शायद पहली बार किसी अनाथ युवती को कोई अपनी जीवन संगिनी बनायेगा. जिला प्रशासन के आदेश का इंतजार कर रहे युवक ने ‘प्रभात खबर’ कार्यालय पहुंच कर अपनी यह इच्छा जाहिर की.
हाजीपुर : महुआ थाना क्षेत्र के समसपुरा गांव निवासी राम इंदर सिंह का इकलौते पुत्र दिलीप कुमार ने अनाथ दीपा को अपनाने का निर्णय लिया है. युवक की मां मालती देवी का निधन हो चुका है तथा पिता हमेशा बीमार रहते हैं. दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो गयी. युवक बैंगलुरु में प्राइवेट कंपनी में काम करता है. उसके पास जमीन जायदाद भी अच्छी है.
क्या है अनाथ दीपिका की दास्तान
पांच वर्ष की उम्र में दीपिका अपने मां-बाप से सोनपुर मेले में बिछड़ गयी थी. इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पटेढी बेलसर के चकवाजा गांव में स्थित लोक सेवा आश्रम अनाथालय में उसे रख दिया.
बचपन से युवावस्था तक की जिंदगी तो अनाथालय में कट गयी़, मगर अब वह अनाथ आश्रम भी बंद हो चुका है. जिला प्रशासन की पहल पर दीपिका को गत एक साल से अधिक समय से हाजीपुर के अल्पावास गृह में रखा गया. लेकिन अब यहां भी उसके रहने का वक्त पूरा हो चुका है.
ऐसी स्थिति में दीपिका का भविष्य काफी संकट में था. लेकिन ईश्वर की महिमा हुई तो इस अनाथ युवती को एक अच्छा जीवन साथी मिलने वाला है.
जिला प्रशासन जागरूकता दिखाये
युवक के फैसले को परिणाम में बदलने के लिए जिला प्रशासन की जागरूकता बेहद जरूरी है. आगे की सारी कार्रवाई जिलाधिकारी के द्वारा ही की जा सकती है, जिससे एक अनाथ युवती का घर-संसार बस सकता है तथा समाज में एक सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलेगा.
मदद को सामाजिक संस्था आयी आगे
हाजीपुर के नवराष्ट्र निर्माण संगठन और जंदाहा के महिला उत्थान सेवा समिति ने ‘प्रभात खबर’ की इस पहल में अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए अनाथ युवती की शादी में होनेवाले तमाम खर्च का जिम्मा उठाने का एलान किया है. इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता अशोक झा एवं रामपरी देवी ने कहा है कि अनाथ युवती का दांपत्य जीवन शुरू कराने में हर संभव मदद की जायेगी.