मकर संक्रांति पर बढ़ी दूध-दही की खपत
हाजीपुर : मकर संक्रांति में दूध से जमाये गये दही का विशेष महत्व है. यह काफी फायदेमंद भी है. दही का उपयोग सभी शुभ कार्यो सहित पूजा-पाठ के अलावा खाने में विशेष रूप से लोग करते हैं. पर्व को लेकर लोगों ने घर पर ही दही जमाने की योजना बनायी है, तो कुछ लोगों ने […]
हाजीपुर : मकर संक्रांति में दूध से जमाये गये दही का विशेष महत्व है. यह काफी फायदेमंद भी है. दही का उपयोग सभी शुभ कार्यो सहित पूजा-पाठ के अलावा खाने में विशेष रूप से लोग करते हैं.
पर्व को लेकर लोगों ने घर पर ही दही जमाने की योजना बनायी है, तो कुछ लोगों ने रेस्टोरेंट और होटलों में दही बुक कराया है. डेयरी केंद्रों और ग्रामीण इलाकों के दूध व्यवसायियों के यहां भी ऑर्डर दे रहे हैं. इस अवसर पर दूध-दही का लाखों का कारोबार होता है. मकर संक्रांति में तिल,दही और चूड़ा दान देने की परंपरा है. इसके बाद भोजन के रूप में लोग ग्रहण करते हैं.
जानकारों का मानना है कि इस मौसम में दही खाने से पाचन तंत्र तो ठीक रहता ही है, साथ ही कई बीमारियां स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाती हैं. दही शरीर की स्फूर्ति को भी कायम रखता हैं. पौष्टिकता से भरपूर दही का प्रयोग लगभग 90 फीसदी लोग करते हैं.
कहां-कहां मिल रहा दूध-दही
सुधा डेयरी केंद्र, स्टेशन चौक, राम अशीष चौक, पासवान चौक. गांधी चौक रोड, समाहरणालय गेट, गांधी आश्रम. बागमली रोड, जढ़ुआ बाजार, होटल एवं रेस्टोरेंट, ग्रामीण डेयरी केंद्र, सुभई, सेंदुआरी,हरौली, सहदुल्लाहपुर, दिग्धी कलां, चंद्रालय, एसडीओ रोड.
क्या है बाजारों में दूध-दही की कीमत
सुधा डेयरी-30 से 60 रुपये प्रति किलो- 120 रुपये प्रति किलो
राज डेयरी- 30 से 60 रुपये प्रति किलो- 120 रुपये प्रति किलो
होटल एवं रेस्टोरेंट- 45 से 60 रुपये प्रति किलो- 120 रुपये प्रति किलो
ग्रामीण डेयरी-35 से 50 रुपये प्रति किलो- 100 रुपये प्रति किलो
क्या कहते हैं गृहिणियां और दुकानदार
घर पर जमाये गये दही को ही परिवार के सदस्य पसंद करते है. दूध मंगवाया है. मिट्टी के बरतन में दही ठीक से जमता है. पूजा -अर्चना के बाद सभी प्रेम से दही-चूड़ा का सेवन करते हैं. पर्व-त्योहार को साथ मनाने का आनंद ही अलग होता है.
रीमा गोस्वामी, गृहिणी
बाजार की अपेक्षा घर में जमाया गया दही अच्छा होता है. दूध के लिए ऑर्डर दे रखा है. एक दिन पहले मंगा लूंगी, फिर दही जमाऊंगी. बच्चों के साथ बड़ों को भी दही काफी पसंद है. संक्रांति पर विशेष रूप से तैयार करती हूं.
नमिता सिंह, गृहिणी
घर में दही जमाने में काफी परेशानी होती है. सुधा केंद्र पर दही के लिए ऑर्डर दिया है. गाय-भैंस पालक भी अच्छा दही देते हैं. त्योहार का आनंद बड़े-बुजुर्गो और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उठाती हूं.
ममिता राय, गृहिणी
घर के जैसा ही दही जमाता हूं. अनेक लोगों ने ऑर्डर दिया है. सामर्थ और मांग के अनुसार ही दही जमाऊंगा. लोगों को सिंथेटिक दूध से बचना चाहिए. ग्राहक हमारे यहां के दही को काफी पसंद करते हैं. पिछले वर्ष की अपेक्षा दाम में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.