गंगा व गंडक के घाटों पर हुआ मां शारदे की प्रतिमाओं का विसजर्न
नदी घाटों पर बनी रही चहल-पहल माता के जयकारे व उद्घोष से गूंजते रहे घाट हाजीपुर : मां सरस्वती की पूजा के बाद उनकी प्रतिमाओं का विसजर्न करने का दौर शुरू हो गया है. नगर के नारायणी स्थिति विभिन्न घाटों पर मां शारदे की प्रतिमाओं का विसजर्न हर्षोल्लास के साथ किया गया. घाटों पर पूजा-अर्चना […]
नदी घाटों पर बनी रही चहल-पहल
माता के जयकारे व उद्घोष से गूंजते रहे घाट
हाजीपुर : मां सरस्वती की पूजा के बाद उनकी प्रतिमाओं का विसजर्न करने का दौर शुरू हो गया है. नगर के नारायणी स्थिति विभिन्न घाटों पर मां शारदे की प्रतिमाओं का विसजर्न हर्षोल्लास के साथ किया गया. घाटों पर पूजा-अर्चना की गयी और अगले वर्ष पूजन करने के संकल्प के साथ मां सरस्वती की प्रतिमाओं का विसजर्न किया गया.
इस दौरान ऐतिहासिक कौनहारा घाट, पुल घाट, सीढ़ी घाट, चित्रगुप्त घाट, चेचर घाट सहित सभी नदी और पोखरों पर चहल-पहल बनी रही. माता के जयकारे एवं उद्घोष से घाट गूंजते रहे. देर शाम तक विसजर्न का सिलसिला चलता रहा. पूजा पंडालों, शिक्षण संस्थानों और आवासीय परिसरों में स्थापित प्रतिमाओं और कलश पूजन के विसजर्न को लेकर उत्साह बना हुआ था.
विशेष कर बच्चे और युवा उत्साहित थे. पूजा-अर्चना के बाद अबीर-गुलाल के साथ शोभायात्रा निकाली गयी. बैंड बाजा और साउंड पर आधुनिक व भक्ति गीतों के बीच मां को विदा किया गया. नृत्य और गीत के साथ झूमती युवाओं की टोली माता को विदा कर रही थी. शोभा यात्रा को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
विसजर्न के दौरान कुछ युवाओं के प्रदर्शन से आम नागरिक परेशान रहे. उनके ईल हरकतों को लेकर लोगों ने रोष व्यक्त किया. लोगों का कहना था कि विद्या दायिनी प्रतिमा के विसजर्न के दौरान कुछ लोगों के कारण ही बदनाम हो जाता है या फिर इसे बदनाम करने की कोशिश की जाती है. साउंड पर ईल गीतों की तेज धुनों पर झूमते युवा आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं.
प्रशासन को ऐसे लोगों के लिए सख्त निर्देश जारी करने चाहिए. कुछ लोगों ने विसजर्न के दौरान नशा पान करने वाले लोगों पर भी रोक लगाने की मांग की है.
पूजा के नाम पर ईलता के खिलाफ चलाया अभियान : हाजीपुर. युवा जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरस्वती पूजन और विसजर्न के दौरान ईल प्रदर्शन के खिलाफ कार्यक्रम आयोजित किया. धीरज कुमार राय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर का भ्रमण कर पूजा और विसजर्न के दौरान ईलता प्रदर्शन के खिलाफ सामाजिक संदेश दिया. कार्यकर्ताओं ने बैनर और तख्तियों के माध्यम से संस्कृति की रक्षा का आह्वान किया. श्री राय ने कहा कि विश्व में भारतीय संस्कृति की विशेष पहचान है. आधुनिकता के नाम पर अपनी संस्कृति और परंपरा नहीं भूलनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग पूजा के नाम पर ईलता और अराजकता परोस रहे हैं. साउंड पर दो अर्थी गानों के कारण महिलाएं इससे दूर होती जा रही है. राजीव रंजन पटेल ने कहा कि प्रशासन को हुड़दंग फैलाने वाले से सख्ती से निबटना चाहिए. कार्यक्रम में रंजन, पवन यादव, मृत्युंजय कुमार, रणधीर यादव, आदित्य, अनिल पटेल, संतोष पटेल, अमित सिन्हा, अभय सिंह अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.