मृतक संजीव की पत्नी चांदनी बरामद

मृतक के परिजनों को दी जा रही धमकी, सभी परिजन डर से गांव छोड़ कर भागे सेंदुआरी गांव में विजातीय प्रेम विवाह करने वाले दंपती को घर पर हमला कर हमलावर जबरदस्ती उठा ले गये और युवक संदीप की हत्या कर उसका शव पानापुर लंगा गांव में फेंक दिया. उसके बाद युवती को लेकर भाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 8:02 AM
मृतक के परिजनों को दी जा रही धमकी, सभी परिजन डर से गांव छोड़ कर भागे
सेंदुआरी गांव में विजातीय प्रेम विवाह करने वाले दंपती को घर पर हमला कर हमलावर जबरदस्ती उठा ले गये और युवक संदीप की हत्या कर उसका शव पानापुर लंगा गांव में फेंक दिया. उसके बाद युवती को लेकर भाग रहे थे. जिसे सदर पुलिस ने मुजफ्फरपुर में युवती के साथ पकड़ लिया. युवती को कड़ी सुरक्षा में एसडीपीओ और सीजेएम के समक्ष बयान देने के लिए ले जाया गया.वहीं मृतक के परिजनों को धमकी दी जा रही है, जिसके कराण सभी घर छोड़ कर फरार हैं.
हाजीपुर : सेंदुआरी गांव में संजीव को घर से खींच कर हत्या करनेवाले युवती को लेकर भाग रहे थे. इसी दौरान सदर पुलिस ने मुजफ्फरपुर में युवती और उसके साथ अन्य लोगों को पकड़ लिया. बरामद हुई विवाहिता का नाम चांदनी है. वह सेंदुआरी गांव निवासी मो एजाजुल की पुत्री है.
पुलिस उसे एसडीपीओ और सीजेएम के समक्ष बयान देने को ले गयी. बताया गया है कि बयान के बाद उसे रिमांड होम भेजा जायेगा. मालूम हो कि हमलावर संजीव और चांदनी को एक साथ ही घर से घसीट कर ले गये थे. संजीव की उसी रात गला रेत कर हत्या कर दी गयी और शव को पानापुर लंगा गांव में फेंक दिया गया था. गांव में अभी तनाव का माहौल कायम है. बताया जा रहा है कि मृतक के परिजनों को धमकी दी जा रही है. इसके कारण संजीव के मां,बाप और भाई सहित सभी परिजन डर से गांव छोड़ कर भाग चुके हैं. शंका यह भी जतायी जा रही है कि मृतक के कई परिजन गायब हैं, जिनका कोई पता नहीं चल पाया है.
युवती को सुरक्षा कवच में लाया गया कोर्ट : सदर थानाध्यक्ष सुनील कुमार अपने बल एवं कई महिला पुलिस के साथ चांदनी को कोर्ट तक ले कर गये. पहले एसडीपीओ के समक्ष पेश किया गया. उसके बाद सीजेएम कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. हालांकि अभी चांदनी का बयान पुलिस पदाधिकारी द्वारा नहीं बताया गया है.
पुलिस तंत्र दिखा विफल : मालूम हो कि जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर एक घर पर 70 लोगों का हुजूम हमला कर देता है. नव दंपती को उठा कर ले जाते हैं, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगती है. अगर समय पर पुलिस की फौज गांव में पहुंचती, तो शायद संजीव की हत्या नहीं होती. इस घटना में पुलिस तंत्र की विफलता पूरी तरह दिखी.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव : दोनों गुटों के बीच खूनी संघर्ष होने के अनुमान था. प्रशासन को भी इसकी भनक लग गयी थी, जिससे पूरी तरह सक्रियता दिखाते हुए सैकड़ों पुलिस जवानों को गांव में तैनात कर दिया गया है. तीन दिनों से लगातार पुलिस छावनी में गांव तब्दील हो चुका है. हालांकि सूत्रों की मानें तो गांव में अभी भी आंतरिक तनाव कायम है. किसी भी वक्त इंतकाम की आग धधक सकती है. अभी तक प्रशासनिक मुस्तैदी के कारण अजीतपुर की तरह वारदात नहीं हो पायी है.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
बरामद युवती से बयान लिया गया है, जो अनुसंधान की ही कड़ी है. गांव में आगे कोई विवाद नहीं हो, इसलिए वहां जवानों को तैनात किया गया है. विजातीय प्रेम विवाह के कारण ही यह विवाद हुआ है. बयान के बाद लड़की को रिमांड होम भेजा जायेगा. गांव में माहौल शांत हो गया है. लोग अपने घरों में सुरक्षित रहने लगे हैं.
पारसनाथ, आइजी, तिरहुत

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