लाठीचार्ज के विरोध में अभाविप के बंद का रहा मिला-जुला असर

हाजीपुर/महुआ/लालगंज नगर/भगवानपुर : पटना में आंदोलनकारी अभाविप कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में आयोजित बंद का जिले के विभिन्न स्थानों पर मिला-जुला असर देखा गया. हाजीपुर में परिषद कार्यकर्ताओं ने एनएच को जाम कर अपना विरोध जताया. प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजा बाबू भारती एवं नगर मंत्री अभिषेक कुमार भूषण के नेतृत्व में नगर सह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2015 1:07 AM

हाजीपुर/महुआ/लालगंज नगर/भगवानपुर : पटना में आंदोलनकारी अभाविप कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में आयोजित बंद का जिले के विभिन्न स्थानों पर मिला-जुला असर देखा गया. हाजीपुर में परिषद कार्यकर्ताओं ने एनएच को जाम कर अपना विरोध जताया.

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजा बाबू भारती एवं नगर मंत्री अभिषेक कुमार भूषण के नेतृत्व में नगर सह मंत्री राजेश यादव, रवि राज, विक्की कुमार, संतोष यादव, दीपक कुमार, शैलेंद्र कुमार, सुमित कुमार, रोहन,सोनू, नवीन आदि ने सड़क जाम करते हुए आंदोलन के दौरान गिरफ्तार छात्रों को अविलंब रिहा करने की मांग की. महुआ संवाददाता के अनुसार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय गांधी चौक पर टायर जला कर आवागमन को अवरुद्ध किया.

इस दौरान जुलूस निकाल कर दुकान बंद कराने का भी प्रयास किया गया. आंदोलन का नेतृत्व विक्की कुमार, अभिषेक कुमार, दीपू, सोहन, रिंकू आदि ने किया. छात्रों के जाम के कारण महुआ में काफी देर तक यातायात बाधित रहा. लालगंज नगर संवाददाता के अनुसार पटना में छात्रों की पुलिस की पिटाई के विरोध में अभाविप कार्यकर्ताओं ने असोमवार को तीनपुलवा चौक के पास वैशाली-हाजीपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया.

इस दौरान बाजार में जुलूस निकाल कर दुकानों को भी बंद कराया गया. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मृत्युंजय कुमार, विजय कुशवाहा, जीतेंद्र कुमार, अमरजीत सिंह, मनीष कुमार, रति कांत मिश्र, अमर शंकर आदि ने जाम के दौरान सरकार के विरोध में जम कर नारेबाजी की.दूसरी ओर बाजार बंद करा रहे परिषद कार्यकर्ता अभिनंदन कुमार, ऋषि राज, चंचल कुमार, कृष्ण कन्हैया समेत 43 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी. गिरफ्तार लोगों को बाद में छोड़ दिया गया. भगवानपुर संवाददाता के अनुसार स्थानीय एलएन कॉलेज गेट के पास एनएच 77 को घंटों जाम कर अभाविप कार्यकर्ताओं ने पटना में आंदोलनकारी छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज का विरोध किया. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्रों ने अपनी गिरफ्तारी दी, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया.

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