छाप-तिलक सब छीनी रे, मो से नैना मिलाइके..

वैशाली : वैशाली महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को समापन के मौके पर लोक गीत, लोकनृत्य, गीत व संगीत के कलाकारों ने ऐसा समा बांधा कि लगा जैसे वैशाली के खंडहरों में एक बार फिर आम्रपाली उत्तर आयी है. डीएम विनोद सिंह गुंजिआल ने अपने शब्दों से साथ तीन दिवसीय वैशाली महोत्सव के समापन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2015 7:16 AM
वैशाली : वैशाली महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को समापन के मौके पर लोक गीत, लोकनृत्य, गीत व संगीत के कलाकारों ने ऐसा समा बांधा कि लगा जैसे वैशाली के खंडहरों में एक बार फिर आम्रपाली उत्तर आयी है. डीएम विनोद सिंह गुंजिआल ने अपने शब्दों से साथ तीन दिवसीय वैशाली महोत्सव के समापन की घोषणा की. आम्रपाली की रंगभूमि में लोगों ने नृत्य नाटिका का जम कर लुत्फ उठाया.
कार्यक्रम की शुरुआत बीएसएफ की ओर से जॉज बैंड से हुई. वैशाली संगीत कला मंच के कला संरक्षक राकेश कुमार की रचित भगवान महावीर जन्मोत्सव की नृत्य नाटिका, जिसमें भगवान महावीर के जन्म पर वैशाली वासियों की खुशी का इजहार दिखाते हुए महिलाओं ने सोहर गीत गाये. इस नृत्य नाटक से भगवान महावीर से जुड़ी कथाओं को बेहतरीन ढंग से दिखाया गया. तत्पश्चात स्थानीय कलाकार मिंटू रानी द्वारा गाये गये लोक गीत कोठवा अटरिया से चित भइले धनिया हो नहीं भईले ना, निर्ममोदी ऐ बलमुआ से नाही भइले ना तथा बिंदिया जाने कहा खोई रे ननदी मैं तो सारी रतिया न सोई रे ननदी ने दर्शकों की खूब तालियां बटोंरी. वही स्थानीय कलाकार ऋचा चौबे द्वारा गाये गीत प्यार तुम्हारा भूल तो जाऊं ,लेकिन प्यार तुम्हारा है. इक मीठा सा जहर सही जहर भी आज गंवारा है.
तथा छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइकें तथा चला रे परदेशिया नैना मिला के को भी दर्शकों ने काफी सराहा. वहीं मशहूर गजल गायक असलम चिश्ती ने गीत दमादम मस्त कलंदर अली दा पहला नंबर तथा हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह, सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे तथा चलो दिलदार चलो चांद के पार चलो को सुना कर लोगों का दिल जीत लिया. भोजपुरी लोकगीत की प्रस्तुति उदय नारायण सिंह ने की. बीच-बीच में मुंबई के मशहूर हास्य कलाकार रवींद्र जानी की एक से बढ़ कर एक चुटकुलों ने दर्शकों को लोट- पोट कराया. अंत में उदय नारायण सिंह भोजपुरी गायक एवं अमिताभ नारायण ने प्रस्तुति दी.
गीतों से भाव-विभोर हुए लोग
गजल गायक गोविंद बल्लभ रमण,लोकगीत गायक सत्येंद्र कुमार और आम्रपाली नाट्य कला संघ के गजल गायक राम नाथ गिरि ने समापन के दिन शाम में अपनी प्रस्तुति से सभी दर्शकों को झुमने पर विवश कर डाला. गोविंद बल्लभ ने सुनो जी सुनो जी सुनते जाना, सत्येंद्र ने लाट खोल द भवानी मइया और राम नाथ ने दिल की बात लवों पर ला कर अब तक दु:ख सहते हैं जैसे गीत ,गजल व भजन पेश किये. इस मौके पर नाल वादक मनोज सुमन, आर्गन वादक अभय कुमार सिंह एवं पैड पर ओम तिवारी साथ निभाये.
सीएम के निर्णय से आमलोग हुए खुश
वैशाली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वैशाली महोत्सव दो के बजाय तीन दिवसीय किये जाने से स्थानीय लोगों में काफी हर्ष का माहौल है. वहीं मुख्यमंत्री द्वारा वैशाली महोत्सव की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किये जाने की बात पर भी लोग काफी खुश हैं. लोगों का अनुमान है कि अगले वर्ष वैशाली महोत्सव एक और नये लुक में नजर आयेगा.

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