उग्र ग्रामीणों ने एसडीओ कार्यालय में की तोड़फोड़
उपद्रवियों ने कार्यालय के मुख्य द्वार को पहुंचायी क्षति अनुमंडल कार्यालय में गुरुवार को देर तक अफरा-तफरी मची रही. आक्रोशित लोगों ने कार्यालय में उत्पाद मचाते हुए जम कर तोड़-फोड़ की. तोड़फोड़ मचा रहे लोग मथना मिल्क पंचायत के पैक्स दुकानदार के समर्थन में आये थे. आम लोगों की शिकायत पर पैक्स दुकानदार का लाइसेंस […]
उपद्रवियों ने कार्यालय के मुख्य द्वार को पहुंचायी क्षति
अनुमंडल कार्यालय में गुरुवार को देर तक अफरा-तफरी मची रही. आक्रोशित लोगों ने कार्यालय में उत्पाद मचाते हुए जम कर तोड़-फोड़ की. तोड़फोड़ मचा रहे लोग मथना मिल्क पंचायत के पैक्स दुकानदार के समर्थन में आये थे. आम लोगों की शिकायत पर पैक्स दुकानदार का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, जबकि तोड़-फोड़ मचा रहे लोगों का कहना था कि राजनीतिक षड्यंत्र एवं कुछ दलालों द्वारा लगाये गये आरोप पर पदाधिकारी ने ऐसा कदम उठाया है.
महुआ
अनुमंडल कार्यालय परिसर में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब मथना मिल्क पंचायत के सैकड़ों लोग स्थानीय पैक्स दुकानदार रामानंद भगत के पक्ष में पहुंच कर हंगामा करते हुए एसडीओ सहित कई अन्य पदाधिकारियों के साथ र्दुव्यवहार करने लगे. इस दौरान उपद्रवियों ने कार्यालय एवं मुख्य द्वार में तोड़-फोड़ कर क्षति भी पहुंचायी. उग्र लोगों के उपद्रव के कारण विभिन्न कार्यो के लिए कार्यालय आये लोग ग्रामीणों का आक्रोश देख बैरंग वापस लौट गये.
वहीं, प्रशासन के लोग भी खामोश बने रहे. इसके पूर्व उक्त लोगों ने गांधी चौक पर पहुंच कर कुछ देर के लिए सड़क को जाम कर दिया और जम कर नारेबाजी की. मिली जानकारी के अनुसार चेहराकलां प्रखंड अंतर्गत मथना मिल्क पंचायत के पैक्स दुकानदार के खिलाफ पिछले माह कुछ लोगों ने एक लिखित आवेदन एसडीओ को देकर उक्त दुकानदार पर राशन-केरोसिन वितरण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन एवं अनशन कर कार्रवाई की मांग की थी. वही, गत सात अप्रैल को एसडीओ मो तौकिर अकरम ने जांच के क्रम में अनियमितता पाये जाने पर लाइसेंस रद्द कर दिया था.
लाइसेंस रद्द होने की खबर से आक्रोशित उपभोक्ताओं ने गुरुवार को कार्यालय पहुंच कर हंगामा करते हुए कहा कि राजनीतिक षड्यंत्र एवं कुछ दलालों द्वारा लगाये गये आरोप पर पदाधिकारी ने ऐसा कदम उठाया है. जबकि हमलोगों को समय पर उक्त दुकानदार द्वारा राशन-केरोसिन दिया जाता है. उपभोक्ता इतना ज्यादा आक्रोश में थे कि करीब पांच घंटे तक कार्यालय के मुख्य द्वार पर खड़े होकर प्रदर्शन व हंगामा करते रहे तथा पदाधिकारियों के साथ र्दुव्यवहार भी किया.