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73 शिक्षक आवेदकों में 65 के टीइटी प्रमाणपत्र फर्जी

नियोजन के पूर्व प्रमाणपत्रों की जांच में हुआ खुलासा, अधिकारियों के होश उड़े प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2014-15 के लिए वैशाली जिले में अभ्यर्थियों द्वारा जमा कि ये गये आवेदनों की जांच में चौंकाने वाली गड़बड़ियां सामने आ रही हैं. जिले के कई ऐसे प्रखंड हैं, जहां की पंचायतों में पूरे-के-पूरे अभ्यर्थियों के टीइटी सर्टिफिकेट फर्जी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2015 7:57 AM
नियोजन के पूर्व प्रमाणपत्रों की जांच में हुआ खुलासा, अधिकारियों के होश उड़े
प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2014-15 के लिए वैशाली जिले में अभ्यर्थियों द्वारा जमा कि ये गये आवेदनों की जांच में चौंकाने वाली गड़बड़ियां सामने आ रही हैं. जिले के कई ऐसे प्रखंड हैं, जहां की पंचायतों में पूरे-के-पूरे अभ्यर्थियों के टीइटी सर्टिफिकेट फर्जी पाये गये हैं.
जमा कराये गये आवेदन के साथ के प्रमाणपत्रों की जांच में ज्यादातर पंचायत ऐसी ही मिली हैं, जहां के सभी आवेदन फर्जी पाये गये हैं इस बार शिक्षा विभाग फूंक-फूंक कर जांच कर रहा है़ इसी का परिणाम है कि इतने बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां उजागर हो रही हैं
हाजीपुर : जिले के पातेपुर प्रखंड की पंचायतों में की गयी जांच में मिली गड़बड़ी के बाद तो पदाधिकारी भी सकते में हैं पातेपुर प्रखंड की 32 पंचायतों के कुल 29 पंचायतों में फिलहाल नियोजन होना है़ नियोजन इकाइयों ने जब आवेदन एवं प्रमाणपत्रों की जांच शुरू की, तो उनके होश उड़ गये. यहां 32 पंचायतों में 29 पंचायतों में ही नियोजन होना है़ लेकिन 23 पंचायतों में ही आवेदन पड़े हैं जबकि ख्वाजपुर बस्ती,मौदह बुजुर्ग, बहुआरा सहित छह पंचायतों में एक भी आवेदन नहीं पड़े हैं
क्या कहते हैं अधिकारी
वैसे सभी अभ्यर्थियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का निर्देश नियोजन इकाइयों को दिया जा रहा है, जिन्होंने आवेदनों के साथ फर्जी टीइटी का सर्टिफिकेट लगाया है. अभी और प्रमाण पत्रों की जांच जारी है.किसी भी सूरत में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.
मुस्तफा हुसैन मंसूरी, डीपीओ वैशाली

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