शक के दायरे में बैंक का चपरासी व उसका दोस्त
मैनेजर अपहरण कांड : तीसरे दिन भी नहीं लगा सुराग हाजीपुर : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर का पता तीसरे दिन भी नहीं लग सका. पुलिस बैंक के चपरासी एवं उसके दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि अभी तक पुलिस को खास कामयाबी नहीं मिली है.लेकिन सदर पुलिस मैनेजर को […]
मैनेजर अपहरण कांड : तीसरे दिन भी नहीं लगा सुराग
हाजीपुर : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर का पता तीसरे दिन भी नहीं लग सका. पुलिस बैंक के चपरासी एवं उसके दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि अभी तक पुलिस को खास कामयाबी नहीं मिली है.लेकिन सदर पुलिस मैनेजर को बरामद कर लेने का प्रयास कर रही है.
बताया गया है कि हिरासत में लिये गये चपरासी मोनु कुमार एवं शैलेश कुमार के मोबाइल कॉल डिटेल्स को पुलिस खंगाल रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस मैनेजर के कई परिजनों का भी सीडीआर खंगाल रही है. वहीं सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार मामले के पीछे प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है.
हालांकि अभी प्रेम प्रसंग किसका हो सकता है, इसका खुलासा नहीं हुआ है. इस संबंध में पुलिस अभी कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. वहीं गायब मैनेजर की पत्नी उषा कुमारी एवं उनके पुत्र-पुत्री की हालत चिंता से बिगड़ रही है. घर के अन्य के लोग भी काफी परेशान हैं.
गुरुवार से गायब हैं मैनेजर : मालूम हो कि नौ अप्रैल की सुबह सोनपुर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर उपेंद्र कुमार मॉर्निग वॉक पर गये, लेकिन वापस नहीं आये. अपने आवास के बगल के स्कूल के मैदान में वे टहलने गये थे और वहीन से रहस्यमय तरीके से गायब हो गये. मैनेजर के घर वाले ने पुलिस को सूचना दी थी. पर अब तक मैनेजर का सुराग नहीं मिल सका है.
चपरासी पर शक : बताया गया है कि गुरुवार की सुबह बैंक के चपरासी मोनु कुमार ने ही मैनेजर उपेंद्र कुमार को फोन कर कहीं बुलाया था.
उसके बाद से ही मैनेजर का ट्रेस नहीं मिल रहा है. सदर पुलिस ने मोनु को हिरासत में लेकर पूछताछ की. उसके बाद सोनपुर के ही शैलेश कुमार को भी मोनू के निशान देही पर पुलिस ने हिरासत में लिया है. शंका जतायी जा रही है कि इन दोनों ने ही मैनेजर के साथ कुछ किया है. लेकिन अभी पुलिस द्वारा कुछ भी स्पष्ट नहीं बता रही है.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
बैंक के चपरासी एवं उसके दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. सभी के मोबाइल कॉल्स की जांच भी की जा रही है. मामले का अनुसंधान पूरी सक्रियता से किया जा रहा है. मैनेजर के परिजनों से भी लगातार बात हो रही है. अभी तक किसी तरह की धमकी या फिरौती मांगने की कॉल नहीं आयी है.
सुनील कुमार सिंह, सदर थानाध्यक्ष