शिक्षकों की हड़ताल के समर्थन में पंचायत सदस्यों ने किया उपवास
विधायक डॉ रवींद्र यादव ने किया समर्थन महुआ : नियोजित शिक्षकों द्वारा वेतनमान को लेकर पिछले नौ अप्रैल से आयोजित धरना-प्रदर्शन एवं विद्यालयों में तालाबंदी कर पठन-पाठन बंद करने पर पंचायत समिति सदस्य संघर्ष मोरचा के बैनर तले दर्जनों लोगों ने सोमवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में एक दिवसीय उपवास सभा पर बैठ […]
विधायक डॉ रवींद्र यादव ने किया समर्थन
महुआ : नियोजित शिक्षकों द्वारा वेतनमान को लेकर पिछले नौ अप्रैल से आयोजित धरना-प्रदर्शन एवं विद्यालयों में तालाबंदी कर पठन-पाठन बंद करने पर पंचायत समिति सदस्य संघर्ष मोरचा के बैनर तले दर्जनों लोगों ने सोमवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में एक दिवसीय उपवास सभा पर बैठ अपना समर्थन दिया.
समिति सदस्य अशोक कुमार अकेला के नेतृत्व में उपप्रमुख संगीता देवी, सदस्य मीना देवी, अमरनाथ गुप्ता, रामनंदन सहनी, राम प्रवेश राय, मुखिया पति संजय कुमार मिश्र, डॉ सुमन सिन्हा के साथ अन्य ने उपवास कार्यक्रम के माध्यम से सरकार से अविलंब शिक्षकों को वेतनमान देने की मांग की तथा एक आवेदन बीडीओ को दिया. वहीं पांचवें दिन क्षेत्र के सैकड़ों शिक्षकों ने प्रखंड कार्यालय पर पहुंच धरना दिया. बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अशरफी दास की अध्यक्षता एवं जिला उपाध्यक्ष पंकज कुशवाहा के संचालन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए विधायक डॉ रवींद्र यादव ने कहा कि नीतीश सरकार संवेदनहीन है.
जिस कारण शिक्षकों को अपने अधिकार के लिए आंदोलन करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता एवं बच्चों के भविष्य होते हैं, फिर भी सरकार दो रंगी नीति अपना इनका शोषण करने से बाज नहीं आ रही. डॉ यादव ने शिक्षकों का समर्थन करते हुए कहा कि सूबे की सरकार अगर इनकी मांगों को नहीं मानती, तो लोकसभा चुनाव से ज्यादा बुरा परिणाम विधान सभा चुनाव में मिलेगा.
इस मौके पर मनोज कुमार सिंह, अमित कुमार, ब्रजेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, रंजीत पासवान, विपिन कुमार, राघवेंद्र कुशवाहा, मनोज कुमार, सुनील कुमार, मोतीलाल पासवान, ललित दास, अरुण कुमार के साथ सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे.
शिक्षक मांग पूरी होने तक लड़ेंगे लड़ाई : महुआ. वेतनमान को लेकर नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण क्षेत्र के बच्चों का पठन-पाठन ठप हो गया है. मालूम हो कि बच्चे प्रतिदिन स्कूल तो जाते है, लेकिन विद्यालयों में ताला बंद देख पुन: लौट जाते है.
वहीं नियोजित शिक्षकों का कहना है कि जब तक सरकार हमलोगों की मांग पूरी नहीं करती, हमलोग आंदोलन करते रहेंगे. जंदाहा संवाददाता के अनुसार समान काम के लिए समान वेतन को लेकर नियोजित शिक्षकों ने सोमवार को पांचवें दिन भी अपने-अपने स्कूल को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मो अकबर, अशोक पंडित, गोपाल कुमार, शत्रुघ्न प्रसाद चौधरी, अनिल चौधरी आदि शिक्षकों ने कहा कि जब तक सरकार हमलोगों की मांग पूरी नहीं करती, तब तक हमलोग आंदोलन करते रहेंगे. पातेपुर संवाददाता के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में नियोजित शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया. पांचवें दिन धरना को संबोधित करते हुए नियोजित शिक्षकों ने कहा कि सरकार हमलोगों के विरुद्ध गलत नीयत अपना रही है.
समान काम के लिए समान वेतन नहीं दे रही है. इस दौरान धरना में झुन्नो लाल, पंकज, विनोद कुमार सिंह, संपत कुमार, अरविंद कुमार, रमेश राय, गुलबाज खातून, शहनाज खातून, इंदु शर्मा, तेहूर अली, हैदर अली, संजय, सुनीला सिन्हा, नीलम, सुनील कुमार, उमेश प्रसाद सिंह आदि शिक्षक उपस्थित थे.
पटेढ़ी बेलसर संवाददाता के अनुसार राज्य सरकार की धमकी के बावजूद भी नियोजित शिक्षकों ने सोमवार को पांचवें दिन भी हड़ताल जारी रखी. इस दौरान प्रखंड के सभी विद्यालयों में पठन-पाठन बंद रहा. नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर बीआरसी भवन में तालाबंदी कर धरना पर बैठे रहे. धरना में घनश्याम पटेल, रूदल प्रसाद सिंह, अजीत कुमार, प्रशांत कुमार, बलेंद्र सहनी, सुबोध कुमार, अजय कुमार, विजय कुमार आदि शिक्षक थे.
हड़ताली शिक्षकों ने विद्यालय में की तालाबंदी : सराय. वेतनमान की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे नियोजित शिक्षकों ने विद्यालय में तालाबंदी कर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. उत्क्रमित मध्य विद्यालय सैदपुर पटेढ़ा में स्थित संकुल संसाधन केंद्र में हड़ताली शिक्षकों ने तालाबंदी की. तालाबंदी करने वालों में दिलीप कुमार, मुन्ना कुमार सिंह, मो. एकबाल आदि शामिल थे.