बाढ़ग्रस्त इलाकों की हालत गंभीर
हाजीपुर/देसरी : गंगा और गंडक में लगातार हो रही जल स्तर में वृद्धि और वर्षा से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों की हालत और गंभीर हो गयी है. निचले इलाकों समेत राघोपुर की हालत दयनीय है. बाढ़ से जिले की लगभग दो लाख से अधिक की जनसंख्या प्रभावित है. 22 दिनों से बाढ़ का कहर झेल रहा […]
हाजीपुर/देसरी : गंगा और गंडक में लगातार हो रही जल स्तर में वृद्धि और वर्षा से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों की हालत और गंभीर हो गयी है. निचले इलाकों समेत राघोपुर की हालत दयनीय है. बाढ़ से जिले की लगभग दो लाख से अधिक की जनसंख्या प्रभावित है. 22 दिनों से बाढ़ का कहर झेल रहा राघोपुर प्रखंड अचानक जल स्तर में हुई वृद्धि से परेशान हो उठा है. अनेक झोंपडि़यां और कच्चे मकान ध्वस्त हो गये हैं. राहत के नाम पर प्रशासनिक खानापूर्ति की जा रही है. लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन में बैठे लोग केवल दिखावा कर रहे हैं. अनुमंडल पदाधिकारी के अनुसार बाढ़ ग्रस्त इलाकों पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने भी माना कि स्थिति गंभीर है, लेकिन नियंत्रण में है. जल स्तर में दो-तीन दिनों में कमी आयेगी. लोग बीमार हो रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हो रही है. राघोपुर प्रखंड के सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में पानी लगा हुआ है, जिसके कारण सभी कार्य ठप हैं.
मवेशियों के कारण लोग परेशान हैं. हाजीपुर के कई वार्ड में बाढ़ का पानी आ जाने से लोग परेशान हैं. इन वार्डों के पार्षदों ने राहत देने की मांग की है. वार्ड नंबर 11,12 और 31 को बाढ़ ग्रस्त घोषित कर दिया गया है. लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी से स्थिति गंभीर है. देसरी संवाददाता के अनुसार गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से प्रखंड के भिखनपुरा, खड़गपुर समेत अनेक गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. लोग घर को छोड़ कर ऊंचे स्थान पर जाने को विवश हो गये हैं. पानी में घर डूब जाने से लोगों की लाखों रुपये की संपत्ति बरबाद हो गयी है. खेतों में लगी फसल बरबाद हो गयी है. जानवरों के लिए चारे की परेशानी हो रही है. पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भिखनपुरा पंचायत के वार्ड संख्या पांच, छह, 13 और 14, आजमपुर के वार्ड संख्या 12 और 13 पूरी तरह से डूब गये हैं. भिखनपुरा में पानी बांध के ऊपर आ गया है. भिखनपुरा पंचायत की मुखिया शांति देवी ने दौरा कर जिला प्रशासन से अविलंब राहत देने की मांग की है.
कटाव से कई घर गंगा में विलीन
बिदुपुर/राघोपुर/सहदेई बुजुर्ग/ महनार रोड : प्रखंड के मजलिसपुर गांव में बाढ़ से ग्रामीण परेशान हो उठे हैं. अनेक ग्रामीण घर छोड़ कर पलायन कर गये हैं. मजलिसपुर, गोपालपुर, बिंद टोला, नया टोला में बाढ़ के पानी से त्राहिमाम मचा हुआ है. लोग रतजगा कर अपने-अपने मवेशियों को बाहर निकाल रहे हैं. पंचायत के मुखिया दीप नारायण सिंह उर्फ दीपू सिंह बताते हैं कि कटाव से अनेक घर गंगा में विलीन हो गये हैं. वहां रहने वाले नागरिक घर छोड़ कर जा रहे हैं. लोगों ने कहा कि अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. राहत का अब तक कोई अता-पता नहीं है. मुखिया ने कहा कि गोपालपुर में लगभग आठ लाख की लागत से बनी एक किलोमीटर सड़क गंगा में विलीन हो गयी है, साथ ही मनरेगा के तहत लगाये गये लगभग दो लाख के पौधे भी गायब हो गये हैं. उन्होंने कहा कि साधु सिंह, लखन दास, शंकर भगत, रामानंद सिंह समेत कई लोग घर समेत गायब हैं. कई जानवर भी लापता हैं. इस संबंध में बीडीओ गंगा सागर सिंह ने कहा कि बाढ़ पीडि़तों की सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही इन के बीच 50 किलो चावल और गेहूं तथा एक हजार पांच सौ रुपये दिये जायेंगे. राघोपुर संवाददाता के अनुसार प्रखंड में बाढ़ की हालत काफी गंभीर हो गयी है. हर ओर पानी ही पानी दिख रहा है. लोग राहत के लिए भटक रहे हैं. जानवर और फसलों की हालत गंभीर है. लोग दहशत में जी रहे हैं. घरों में पानी तो घुसा ही है,घर कब वह धराशायी हो जायेगा, इसका पता नहीं. जिसके कारण नागरिक रतजगा कर रहे हैं. लोगों ने प्रशासन से अविलंब राहत और सुरक्षित स्थान पर ले जाने की मांग की है. सहदेई बुजुर्ग संवाददाता के अनुसार प्रखंड की नयागांव पंचायत के 12 एवं 13 नंबर वार्ड में एक माह से पानी का घुसा है, लेकिन अभी तक प्रशासन ने इसका सही ढंग से हाल नहीं लिया है. बाढ़ प्रभावित होने का कार्ड बीडीओ और सीओ ने दे दिया है, लेकिन अभी तक किसी को राहत सामग्री नहीं मिली है. नाव की व्यवस्था की गयी, लेकिन उसका सही ढंग से उपयोग नहीं हो रहा है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष सोने लाल राम ने जिलाधिकारी से राहत वितरण की मांग की है. महनार रोड संवाददाता के अनुसार महनार प्रखंड के हसनपुर सीमा के पास महनार मोहिउद्दीन नगर के मुख्य मार्ग पर से गंगा का पानी बह रहा है. अब तक प्रशासन ने राहत एवं सुरक्षा के प्रबंध नहीं करने से आक्रोशित लोगों ने बुधवार की सुबह से ही सड़क को जाम कर दिया. बाढ़ के कारण अनेक घर गंगा में विलीन हो गये हैं. अनेक घरों में पानी प्रवेश कर गया है. राहत आदि नहीं मिलने से ग्रामीण आक्रोशित हैं. मिली जानकारी के अनुसार महनार प्रखंड के हसनपुर उत्तरी, हसनपुर दक्षिणी पंचायत में गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गयी है.