नवनिर्मित दीवार से दब कर हुई बच्ची की मौत

अपनी मासूम बहन को गोद में लेकर दफन करने गया भाई महुआ : कुदरत की क्रूर मजाक ने एक भाई को अपनी मासूम बहन को महज तीन वर्ष में दफन करने को विवश कर दिया. कंधे की जगह गोद में ही शव को लेकर श्मशान घाट पहुंच गया. देखनेवालों को सारे सवालों का जवाब मृतका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2015 12:12 AM

अपनी मासूम बहन को गोद में लेकर दफन करने गया भाई

महुआ : कुदरत की क्रूर मजाक ने एक भाई को अपनी मासूम बहन को महज तीन वर्ष में दफन करने को विवश कर दिया. कंधे की जगह गोद में ही शव को लेकर श्मशान घाट पहुंच गया. देखनेवालों को सारे सवालों का जवाब मृतका के भाई की आंख से बह रहे आंसू ही दे रहा था.

बुधवार की सुबह ही तीन वर्ष की मासूम बच्ची काल के गाल में समा गयी. घर में भाई बहन व उसकी मां ने चाह क र भी अपनी बच्ची को नहीं बचा सकी. यह दर्दनाक दृश्य महुआ के नगर क्षेत्र के वार्ड संख्या 2 निवासी अजीत पासवान के घर की थी.

सूचना मिली है कि बुधवार की सुबह करीब आठ बजे नवनिर्मित घर की दीवार ढह गयी. वहीं पर खेलने में मशगूल तीन वर्ष की मासूम बच्ची रुपाली दीवार से दब कर मौत की गोद में सदा के लिए सो गयी. घटना के बाद आसपास के लोगों ने काफी मशक्कत की मगर रुपाली की जान नहीं बच पायी. गांव में भी पूरा मातम छा गया. उसके बाद मृत बच्ची के शव को उसका भाई राजन ने कफन में लपेटा और गोद में लेकर ही श्मशान घाट पहुंच गया. अपनी प्यारी बहन का अंतिम संस्कार करने के बाद भाई की आंखों के आगे अंधेरा छा गया. वह पूरी तरह नर्वस हो चुका था.

वहीं मृतका की मां व बहन लोट-लोट कर रोने लगी. गांव के लोगों ने धैर्य बंधाने पहुंचे पार्षद रवींद्र कुमार रवि, भुनेश्वर दास, विनोद कुमार ने इस घटना की सूचना बीडीओ को देकर मुआवजे की मांग की है. वहीं मृत बच्ची के पिता अजीत कुमार को अपनी पुत्री का शव भी देखने का मौका नहीं मिला. वह दूसरे प्रदेश में मजदूरी करता है.

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