10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जिला प्रशासन ने नापाक मंसूबे को किया नाकाम

वैशाली : वैशाली में छात्र सुबोध की नृशंस हत्या के बाद बढ़े तनाव को काबू में करने के लिए तीसरे दिन भी प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखी. जिले के तमाम वरीय अधिकारी की टीम चकअहलाद गांव में दिन रात डटी रही. किसी भी नापाक इरादोंवाले गिरोह की मंशा पर जिला प्रशासन ने पानी फेर दिया. […]

वैशाली : वैशाली में छात्र सुबोध की नृशंस हत्या के बाद बढ़े तनाव को काबू में करने के लिए तीसरे दिन भी प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखी. जिले के तमाम वरीय अधिकारी की टीम चकअहलाद गांव में दिन रात डटी रही. किसी भी नापाक इरादोंवाले गिरोह की मंशा पर जिला प्रशासन ने पानी फेर दिया. मृतक के परिजनों पर आयी विपत्ति की घड़ी में प्रशासनिक व्यवस्था साथ रही.
पांच लाख की मुआवजा राशि एवं सरकारी नौकरी देकर प्रशासन ने काफी हद तक पीड़ित परिवार को मदद करने का प्रयास किया है. साथ ही गांव के अन्य लोगों पर किसी तरह का आफत नहीं आने देने के लिए प्रशासनिक वरीय पदाधिकारियों ने एड़ी चोटी एक कर दी. डीएम एवं एसपी ने खुद रात दिन गांव में एक पैर पर खड़े दिखे, जिससे प्रशासन की सक्रियता एवं पारदर्शी मंशा दिखती है. घटना के तीसरे दिन गांव में शांति से लोगों को देखा गया.
सुबोध की हत्या का सदमा : वैशाली थाने के चकअहलाद गांव में छात्र सुबोध की हत्या का सदमा अभी उसके परिवार से नहीं गया है. मृतक की भाभी एवं मां की तबीयत रोते-रोते काफी बिगड़ गयी.
हाजीपुर के एसडीओ ने तुरंत चिकित्सक की टीम बुला कर इलाज कराया. डॉ वीणा भाटिया व डॉ रूपेश कुमार ने आ कर उचित उपचार किया. साथ ही एसडीओ ने देखभाल के लिए आशा को सुशीला देवी के घर पर बहाल कर दिया है.
गांव में पसरा सन्नाटा : सुबोध की हत्या के बाद चकअहलाद गांव में तीसरे दिन भी अधिकांश जगहों पर सन्नाटा पसरा रहा. पुलिस की टीम एवं सैप जवानों का दस्ता गांव में लगातार कैंप कर रही है. इससे गांव में किसी तरह की कोई अनहोनी की शंका भी नहीं है. वैशाली के डीएम ने जिले के विभिन्न प्रखंड के बीडीओ एवं सीओ सहित प्रशासनिक पदाधिकारियों की टीम को गांव में खड़ा कर दिया है, जिससे गांव में अमन चैन बना है.
सांसद व विधायक ने ग्रामीणों को किया सलाम : वैशाली लोकसभा क्षेत्र के सांसद रामा किशोर सिंह एवं पूर्व शिक्षा मंत्री व स्थानीय विधायक वृषिण पटेल ने ग्रामीणों को धैर्य नहीं खोने और प्रशासन पर विश्वास करने के लिए सलाम किया और सराहा. सुबोध की हत्या के बाद चकअहलाद गांव में लगा था कि एक बार फिर सरैया अजीतपुर गांव की वारदात दोहरायेगी लेकिन गांव के लोगों ने अपने गुस्से को ज्यादा उग्र नहीं होने दिया. प्रशासनिक पहल से सभी मान गये और गांव में शांति बनाये रखा.
सेंदुआरी के बाद चकअहलाद पर प्रशासनिक जीत : विजातीय प्रेम करने के खिलाफ जिस तरह दो लोगों की हत्या कर दी गयी. अगर प्रशासन की थोड़ी चूक होती, तो वैशाली जिले में दो बार सरैया अजीतपुर कांड का नजारा दिखने को मिलता. लेकिन सेंदुआरी में जिस तत्परता के साथ जिला प्रशासन ने कदम उठाया. ठीक उसी तरह के हालात से चकअहलाद गांव में भी प्रशासन को जूझना पड़ा. परंतु प्रशासन ने दोनों घटनाओं के बाद अपनी मुस्तैदी की बदौलत अजीतपुर कांड का नजारा नहीं देखने दिया.
क्या कहते है डीएम
माहौल धीरे-धीरे शांत हो गया है. आपसी सद्भाव के साथ लोग अपने घर लौटने लगे. यहां घटित घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. कांड के बाद ग्रामीणों ने जिस तरह शांति व सुरक्षा बहाल करने में प्रशासन को मदद की है. वह काबिले तारीफ है. इसके लिए जिला प्रशासन ग्रामीणों का आभारी है.
विनोद सिंह गुंजियाल, डीएम

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें