हाजीपुर: बाढ़ और सुखाड़ की मार झेल रहे वैशाली जिले के किसान जिले को अकालग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर 16 सिंतबर को जिलाधिकारी के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन में तालगहरा की कृषि योग्य भूमि का अधिग्रहण, सिद्धि रेफ ऑयल एंड इंडस्ट्रीज प्रा.लि. सराय द्वारा कथित रूप से बिना मुआवजा दिये हड़पी गयी जमीन एवं कृषि लोन की माफी आदि मुद्दे भी शामिल होंगे. अखिल भारतीय किसान महासभा की जिला कमेटी की सोमवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. समाहरणालय स्थित महासंघ के गोपगुट के कार्यालय परिसर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता संगठन के राज्य सचिव व जिलाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव ने की. बैठक में अभाकिम के जिला सचिव सुमन कुमार, उपाध्यक्ष अरविंद चौधरी, किसान नेता सुरेश प्रसाद सिंह, अनिल कुमार, अभिनंदन सहनी, कृष्णदेव राय, प्रमोद सहनी, ललित कुमार, रघुनाथ सिंह, उमाशंकर सहनी, अवधेश कुमार सिंह, प्रदीप राय, भाकपा माले के जिला सचिव योगेंद्र राय, मदन मोहन शर्मा आदि नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किये. बैठक में सरकार द्वारा तालगहरा की जमीन का अधिग्रहण कर एसटीएफ ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने के फैसले के विरोध में 10 सितंबर को राजापाकर में अंचलाधिकारी के समक्ष आयोजित किसान प्रदर्शन को सफल बनाने का निर्णय लिया गया. दूसरी ओर तालगहरा के जमीन बचाओ आंदोलन तैयार समिति ने जान भी देंगे, खून भी देंगे पर अपनी जमीन हर हाल में नहीं देंगे के नारे के साथ जमीन अधिग्रहण के विरुद्ध संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया. समिति से जुड़े किसानों का कहना है कि पूंजीपस्त सरकार ने तालगहरा की कृषि योग्य सिंचित, बहुफसली जमीन को कागज पर अनुत्पादक दिखा कर अधिग्रहण करने की अधिसूचना जारी कर दी है. अधिग्रहण के लिए न किसानों से सहमति ली गयी और न पूर्व में कोई सूचना दी गयी.
किसानों ने जमीन की रक्षा के लिए 10 सितंबर को अंचलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन में शामिल होने क ा फैसला लिया है. विशुनदेव प्रसाद यादव, हरिविलास राय, जयनाथ कुमार, श्यामनाथ झा, सुधीर कुमार उर्फ पप्पू झा, विनोद झा, अजरुन झा आदि किसानों ने क्षेत्र के सभी किसानों से प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है.