एक साथ उठी दो भाइयों की अरथी
कुदरत की क्रूरता ने एक बार फिर कहर ढा दिया. बहन को बुलाने जा रहे भाइयों को रास्ते में ही मौत निगल गयी. खुशी के माहौल में मौत का मातम छा गया. भाई की जगह उसकी मौत की खबर सुनते ही बहन के पांव तले जमीन खिसक गयी. परिवार के सारे लोगों में कोहराम मच […]
कुदरत की क्रूरता ने एक बार फिर कहर ढा दिया. बहन को बुलाने जा रहे भाइयों को रास्ते में ही मौत निगल गयी. खुशी के माहौल में मौत का मातम छा गया. भाई की जगह उसकी मौत की खबर सुनते ही बहन के पांव तले जमीन खिसक गयी. परिवार के सारे लोगों में कोहराम मच गया.
सहदेई : अजय बड़े अरमान से अपनी बहन को लाने के लिए घर से चला था. साथ उसका ममेरा भाई भी था.लेकिन कुदरत की क्रूरता चरम पर पहुंच थी. बस एक झटके में दोनों भाइयों की मौत हो गयी. उधर, बहन अपने भाइयों के आने का इंतजार कर ही रही थी कि अचानक सूचना मिली कि संजीव एवं अजय की मौत सड़क हादसे में हो गयी .इसके बाद कारुणिक क्रंदन सुनायी देने लगा.
ममेरे भाइयों की अरथी एक साथ उठी, तो देखने वाले का धैर्य जवाब दे गया.परिवार से लेकर रिश्तेदार व गांव के लोगों की आंखें भर आयीं. परिजन तो अपने भाग्य को कोसते दिखे.घर में बच्चे एवं महिलाएं बेकाबू हो कर रोने लगे.
पूर्व मुखिया के बच्चे व पत्नी राह देखते रह गये: सहदेई के पूर्व मुखिया संजीव चला था कि ममेरी बहन की विदागरी कराने के बाद अपने घर लौट जायेंगे. लेकिन वह अब कभी नहीं लौट पायेगा. मृतक पूर्व मुखिया के तीन पुत्री एवं एक पुत्र है. उनकी पत्नी की दशा देखते ही आंखें भर जाती हैं.
बच्चे एवं पत्नी पूर्व मुखिया का इंतजार करते रह गये. पूरी पंचायत में छाया मातम : पूर्व मुखिया संजीव की मौत होते ही पूरी पंचायत में मातम छा गया है. गांव के लोगों में आक्रोश इतना था कि पांच-छह घंटे तक रोड को जाम कर दिया.पुलिस की सारी कोशिशें बेकार हो गयी. उग्र लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो पा रहा था.पंचायत के लोग काफी शोकाकुल हो गये हैं.