हाजत से बंदी फरार, पकड़ा गया

हाजीपुर :प्रत्येक वर्ष स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा करनेवाला जिला प्रशासन को शायद स्वच्छता की ज्यादा परवाह नहीं है. व्यवहार न्यायालय में स्थित सांख्यिकी भवन के शौचालय से खुले में मैला बहाया जा रहा है . गंदगी से परेशान कई अधिवक्ताओं ने इस समस्या को लेकर कई बार जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2015 12:36 AM

हाजीपुर :प्रत्येक वर्ष स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा करनेवाला जिला प्रशासन को शायद स्वच्छता की ज्यादा परवाह नहीं है. व्यवहार न्यायालय में स्थित सांख्यिकी भवन के शौचालय से खुले में मैला बहाया जा रहा है . गंदगी से परेशान कई अधिवक्ताओं ने इस समस्या को लेकर कई बार जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन से मिल कर इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

क्या है समस्या : जिला पदाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ठ से सटे दक्षिण स्थित सांख्यिकी भवन के उत्तरी दीवार से लगा शौचालय है. शौचालय का पाइप टंकी से जुड़ा नहीं है. फलत: शौचालय से बहनेवाला मल बाहर प्रवाहित हो रहा है. इसके कारण वहां बैठने वाले लोगों को गंभीर बीमारी से ग्रसित होने का खतरा है.
क्या हुआ अब तक : अधिवक्ताओं ने अपनी समस्या को लेकर कई बार जिला पदाधिकारी के जनता दरबार में आवेदन दिया, जिसका हश्र अन्य आवेदनों के जैसा हुआ और वह भी टेबल पर चिपक कर रह गया नतीजा ढाक के तीन पात.
क्या है मांग : अधिवक्ता प्रवीण कुमार,देव कुमार, शंभु साह, गंगोत्री प्रसाद सिंह एवं जितेंद्र कुमार ने फिर एक आवेदन देकर कहा है कि महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्तूबर को स्वच्छता का संकल्प लेनेवाला जिला प्रशासन यदि उस दिन तक इस समस्या का समाधान नहीं करेगा, तब इसके विरुद्ध आंदोलन का निर्णय लिया जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
ऐसी सूचना विभाग को अब तक नहीं मिली है. मामले की जांच करा कर शीघ्र ही इस समस्या का समाधान कर दिया जायेगा. रामचंद्र प्रसाद,सचिव जल एवं स्वच्छता मिशन

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