वैशाली / पटना : वैशाली के लालगंज में तनाव का माहौल धीरे-धीरे कम हो रहा है. स्थानीय प्रतिनिधि के अनुसार प्रशासन की चुस्ती की वजह से स्थिति सामान्य हो रही है. बाजार आंशिक रूप से खुले हैं. ज्यादातर दुकानें बंद हैं. वहीं यातायात सामान्य है. बुधवार को लालगंज के अगरपुर गांव में आक्रोशित उपद्रवियों ने बेलसर के थानाध्यक्ष अजीत कुमार को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. जिनकी पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. घटना के बाद प्रशासन उस इलाके में कैंप कर रहा है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं इस मामले की मॉनेटरिंग कर रहे हैं.
एक दर्जन पर नामजद एफआईआर
घटना के बाद पुलिस ने एक दर्जन नामजद और छह सौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. गौरतलब हो कि मंगलवार को लालगंज बाजार में एक पिकअप वैन की ठोकर से दादा-पोती की मौत हो गयी थी उसके बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया. कई घरों को आग के हवाले कर दिया और पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस ने बेकाबू उपद्रवियों पर नियंत्रण के लिए जब फायरिंग करनी शुरू की जिसमें एक 19 वर्ष के युवक की मौत हो गयी थी. जबकि एक अन्य घायल हो गया था.
लालगंज में लॉ एंड ऑर्डर की कमान संभाली एडीजी ने
वैशाली जिले के लालगंज में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति हद से ज्यादा बिगड़ने पर इसकी कमान लॉ एंड ऑडर एडीजी आलोक राज को सौंप दी गयी है. एडीजी आनन-फानन में पटना से रवाना होकर लालगंज पहुंच पूरी विधि-व्यवस्था को अपने हाथ में ले लिया है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीएमपी की दो कंपनियों के अलावा आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) को भी तुरंत रवाना कर दिया गया है. डीजीपी पीके ठाकुर ने विधि-व्यवस्था पर नजर बनाये रखने और हर हाल में तनाव को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि किसी हालत में विधि-व्यवस्था नहीं बिगड़नी चाहिए.
हादसे में मारे गये राजेन्द्र चौधरी और बेबी माया समेत एक अन्य को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गयी है. इसके अलावा मृतक दारोगा अजीत कुमार सिन्हा के परिजन को 10 लाख रुपये मुआवजा, बची हुई सेवा अवधि का पूरा वेतन और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा कर दी गयी है. पुलिस महकमे ने इस मौके पर मृतक दारोगा के परिवारवालों को हर संभव सहायता मुहैया कराने की बात कही है.
मृतकों के परिजनों को मिलेगा चार- चार लाख मुआवजा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली के लालगंज में मंगलवार को हुई घटना की मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर तथा वरीय अधिकारियों के साथ बुधवार को समीक्षा की. घटना में हुई मृत्यु पर मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया तथा मृतकों के आश्रितों को चार–चार लाख रूपये अनुग्रह राशि देने तथा घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर कराने का निर्देश दिया. धटना के दौरान मारे गये पुलिस पदाधिकारी के परिवार को नियमानुकुल राशि एवं सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया . मुख्यमंत्री ने घटना की उच्चस्तरीय जांच आइजी मुख्यालय सुनील कुमार तथा जेल आई. जी. प्रेम सिंह मीणा द्वारा संयुक्त रूप से कराने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. घटनास्थल पर वरीय अधिकारी कैम्प कर रहे हैं
घटना पर मुख्यमंत्री की नजर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली में हुई घटना को लेकर बुधवार को अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया. बुधवार को मुख्यमंत्री को रांची में होनेवाले कार्यक्रम में शामिल होना था. वैशाली की घटना की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित करने का आदेश दिया. उसके बाद उन्होंने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया.
वैशाली के अलावा बिहार के दरभंगा और बेगूसराय से भी तनाव की घटनाओं की जानकारी मिल रही थी. इस मामले में डीजीपी ने बेगूसराय की घटना को किसी तरह के सांप्रदायिक तनाव वाली घटना होने से पूरी तरह इनकार किया है. उन्होंने कहा कि जांच में यह बात सामने आयी है कि मृतक को उसके पड़ोसी ने ही जहर देकर मार दिया है. यह पूरी तरह से आपसी विवाद का मामला है. हालांकि अभी मामले की छानबीन की जा रही है. जबकि दरभंगा वाली घटना पर उन्होंने कहा कि इसकी अभी जांच चल रही है. इसके बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.