नो पार्किंग जोन हो चिह्नित और उल्लंघन करने पर लगे जुर्माना

हाजीपुर : शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए लोगों ने इसमें और सुधार किये जाने की मांग की है. कई लोगों का मानना है कि दुकानदारों द्वारा सड़क एवं नाला पर दुकान सजा दिये जाने के कारण आम लोगों को बाध्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2015 5:52 AM

हाजीपुर : शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए लोगों ने इसमें और सुधार किये जाने की मांग की है. कई लोगों का मानना है कि दुकानदारों द्वारा सड़क एवं नाला पर दुकान सजा दिये जाने के कारण आम लोगों को बाध्य होकर सड़क पर अपना वाहन खड़ा करना पड़ता है.

यदि दुकान के सामने नाला और खाली जगह दुकानदारों द्वारा अतिक्रमित नहीं किया जाये, तो लोग स्वत: अपना वाहन सड़क के बाहर लगायेंगे.

साइकिल-बाइक के पहियों की हवा निकालना गलत: कई लोगों का मानना है कि बाजार में सामान खरीदने आये लोग अपनी साइकिल-मोटर साइकिल और निजी चरपहिया गाड़ी खड़ा कर जब तक खरीददारी करते हैं, तब तक पुलिस के जवान साइकिल-मोटर साइकिल और कारों की हवा निकाल देते हैं.
इससे वाहनमालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. पुलिस पहले नाला एवं सड़क पर दुकानदारों और ठेला-खोमचा वालों के अतिक्रमण को समाप्त कराये तब ही ऐसा कार्रवाई करे.
जुर्माने की हो व्यवस्था: प्रशासन ने शहर में अब तक नो पार्किंग जोन या स्थल का निर्धारण नहीं किया है और वाहनों के पहियाें की हवा निकाल रही है, जो किसी दृष्टिकोण से उचित नहीं कहा जा सकता है. जिला प्रशासन को चाहिए कि वह पहले शहर में नो पार्किंग जोन का निर्धारण करे और अवैध पार्किंग के दोषियों के लिए जुर्माना की व्यवस्था हो, ताकि दोषियों के अलावा आम लोग भी उससे सबक ले सकें और नियम के उल्लंघन की घटना में कमी आये.
ऑटो चालकों की मनमानी पर नहीं लगी रोक: कुछ दिनों तक पुलिसिया सख्ती के कारण जहां शहर के गांधी चौक पर ऑटो चालक सतर्क दिख रहे थे और सड़क के बीचों-बीच गाड़ी खड़ी करने से बच रहे थे. वहीं अब पुलिस की सुस्ती से फिर ऑटो चालकों की मनमानी प्रारंभ हो गयी है और वह फिर से बेखौफ होकर बीच सड़क पर ही ऑटो खड़े कर यात्रियों को बैठाने और उतारने लगे हैं. यहां तैनात पुलिसकर्मी और यातायात नियंत्रक जवान मूक दर्शक बन देख रहे हैं.
अतिक्रमण हटाने से हो सकता है समस्या का समाधान: शहर के अधिकतर हिस्से में सड़कें संकरी हैं और उस पर से दुकानदारों द्वारा अपना सामान दुकान के बाहर सड़क या नाले पर सजा कर उसे और संकरी बना दिया जाता है. यदि जिला प्रशासन और नगर पर्षद इस प्रवृत्ति पर लगाम लगाने में सफल हो जाये तो आधे से अधिक समस्या का समाधान हो जायेगा. बाजार आने वाले लोग नाला या सड़क के नीचे खाली जमीन पर ही अपनी वाहन खड़ा कर बाजार में खरीदारी कर सकेंगे.
क्या कहते हैं जानकार
जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एक स्वागत योग्य कदम है. प्रशासन को चाहिए कि नियम के उल्लंघन करने पर लोगों के लिए जुर्माना निर्धारित कर उनसे जुर्माना वसूला जाये, ताकि इस प्रवृत्ति पर रोक लग सके. सबसे पहले नो पार्किंग जोन का निर्धारण हो तथा दुकानदारों के अतिक्रमण के विरुद्ध भी जुर्माना की व्यवस्था की जाये तथा उस पर सख्ती से अमल हो.
कुमार विकास, अधिवक्ता
पुलिस द्वारा साइकिल,बाइक या कार से हवा निकालना नियमों के विरुद्ध है. पुलिस अधीक्षक को चाहिए कि वह पुलिस की इस कार्रवाई पर रोक लगायें. प्रशासन चाहे तो इसके लिए जुर्माना वसूल सकता है. नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना वसूलने का प्रावधान भी किया गया है. पुलिस की यह कार्रवाई एक आपराधिक कार्रवाई है.
रंजीत कुमार, अधिवक्ता
क्या कहते हैं अधिकारी
शहर में रोज लग रहे जाम की समस्या से निजात के लिए प्रशासन ने यातायात व्यवस्था में सुधार की दिशा में कार्रवाई प्रारंभ की है. आवश्यकतानुसार एवं लोगों से मिल रहे सुझावों के अनुसार प्रशासन कार्रवाई करेगा.
राकेश कुमार, एसपी

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