पप्पू कुमार सिंह, हाजीपुरविश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला का उद्घाटन मंच राजनीतिक अखाड़ा बन गया. भाजपा एवं जदयू नेताओं की राजनीतिक बयानबाजी ने इतना तूल पकड़ा कि हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले की स्वर्णिम एवं गौरवशाली अतीत की चर्चा पीछे छूट गयी एवं उद्घाटन मंच पर नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की चर्चा शुरू हो गयी. दर्शक दीर्घा में बैठे कुछ स्थानीय लोगों ने उद्घाटन मंच से राजनीतिक बयानबाजी का विरोध करना शुरू किया तो साथ ही भाजपा के कुछ समर्थकों ने इस मुद्दे को लपक लिया एवं राजस्व मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी. उपजे विवाद से पूरे पंडाल में अफरा-तफरी मच गयी. विवाद को बढ़ते देख विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह, स्थानीय भाजपा विधायक विनय सिंह, विधायक छोटे लाल राय, ज्ञान चंद्र मांझी, विधान परिषद के उप सभापति सलीम परवेज तथा कई गण्यमान्य लोग कार्यक्रम समापन की घोषणा से पहले ही मंच से उतर कर चले गये. इस स्थिति को देख कर प्रशासनिक महकमों में भी खलबली मच गयी. सारण आयुक्त शशि शेखर शर्मा, डीएम कुंदन कुमार तथा कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने नारेबाजी कर रहे लोगों को शांत रहने को कहा. लेकिन बाद में राजनीतिज्ञ बयानबाजी से क्षुब्ध भाजपा कार्यकर्ताओं एवं कुछ स्थानीय लोगों ने गेट के बाहर आकर नारेबाजी शुरू कर दी. उन लोगों का आरोप था कि ऐसे अवसर पर राजनीतिज्ञ बयानबाजी से मेले की संस्कृति पर असर पड़ेगी. इस घटना के बाद राजस्व मंत्री रमई राम ने तरैया के विधायक जनक सिंह पर मंच से राजनीतिज्ञ बयानबाजी शुरू करने का आरोप लगाया और कहा कि उनके बयान पर जवाब देना आवश्यक था.
किसने क्या कहा
सबसे पहले जनक सिंह ने सोनपुर मेले के उद्घाटन मंच से राजनीतिक बयानबाजी शुरू की. हालांकि खुल कर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा लेकिन मंच पर बैठे जदयू नेता उनकी भाषा को समझ रहे थे. उन्होंने कहा कि नेता अपने को आगे रख कर जनता की इच्छा को पीछे छोड़ रहे हैं. जनता इन्हें माफ नहीं करेगी. उनका इशारा जदयू की तरफ था. यह भी कहा कि इनसान जब आता है तो रोता है और जब जाता है तो खूब रुलाता है. प्यार दोनों तरफ से होना चाहिए एकतरफा नहीं. अपना भाषण खत्म करने के बाद जनक सिंह मंच पर रुके नहीं और सीधे वहां से निकल गये.
जनक सिंह, तरैया विधायक
जनक सिंह चले गये शायद जवाब सुनने की हिम्मत उनमें नहीं थी.
सलीम परवेज
जनक सिंह के बयानों से उप सभापति सलीम परवेज नाराज दिखे. जनक सिंह के जाने के बाद तुरंत उनकी बारी आई.
जदयू देश की पहली ऐसी पार्टी है जिसकी सदस्यता के लिए एक पेड़ लगाना आवश्यक है. श्री कुशवाहा जनक सिंह के आरोप का जवाब दे रहे थे. जनक सिंह ने कहा था कि जनसंपर्क पंडाल के इर्द गिर्द नकली पेड़ लगाये गये हैं. मंत्री अवधेश कुशवाहा ने पहले हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का बखान किया लेकिन इससे छूटते ही उन्होंने आरोप लगाना शुरू कर दिया.
अवधेश कुशवाहा
मैं इतने दिनों से मंत्री एवं विधायक रहा हूं. आज तक कभी भी गांधी मैदान की रैली में बम विस्फोट नहीं हुआ. नमो की ही रैली में बम विस्फोट क्यों हुआ. यह साजिश थी और इसकी जांच होनी चाहिए. नमक के कृत्रिम मूल्य वृद्धि में भी भाजपा नेताओं की साजिश है.
रमई राम