”हंसते-हंसते” के साथ हुआ नटलीला-2015 का भव्य आगाज

हाजीपुर : स्थानीय आम्रपाली नगर भवन में बुधवार को नौ दिवसीय नाट्य समारोह नटलीला 2015 का आगाज हुआ. नगर पर्षद के सभापति हैदर अली, उपसभापति निकेत कुमार सिन्हा एवं चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष अनिल चंद्र कुशवाहा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर युवा नेता किसलय किशोर, नगर पर्षद अमरीश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2015 12:42 AM

हाजीपुर : स्थानीय आम्रपाली नगर भवन में बुधवार को नौ दिवसीय नाट्य समारोह नटलीला 2015 का आगाज हुआ. नगर पर्षद के सभापति हैदर अली, उपसभापति निकेत कुमार सिन्हा एवं चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष अनिल चंद्र कुशवाहा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर युवा नेता किसलय किशोर, नगर पर्षद अमरीश पटेल उर्फ मंटू पटेल, नितिन कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

डिवाइन सोशल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन एवं निर्माण कला मंच, पटना द्वारा निर्माण रंगमंच, हाजीपुर, बिटिया रानी, वैशाली एवं रंगरूप, पातेपुर के सहयोग से इस कार्यक्रम की 128 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 16 से 24 दिसंबर तक आयोजित नाट्य उत्सव में आठ मंचीय नाटकों की प्रस्तुति होगी.
पहले दिन नाटक हंसते-हंसते की प्रस्तुति : नाट्योत्सव के पहले दिन सीतामढ़ी की नाट्य संस्था इक रोशनी के द्वारा हंसते- हंसते नाटक की प्रस्तुति की गयी. गरीबी के अभिशाप को रेखांकित करनेवाले इस नाटक में अभाव और संत्रास से गुजरते एक लाचार आदमी की त्रासदी को दिखाया गया. नाटक का कथासार कुछ यूं है कि झुनझुन लाल नामक एक गरीब आदमी अपने बेटे की बीमारी को लेकर परेशान है.
उसका बेटा असाध्य बीमारी से पीड़ित है और इलाज के लिए उसे काफी रुपयों की जरूरत है. बेटे की जान बचाने की खातिर पैसों के लिए वह एक सेठ के बेटे को अपना गुरदा देने पर राजी हो जाता है, मगर यहां भी उसके साथ धोखा होता है. रुपयों के अभाव में उसके बेटे की मौत हो जाती है. और इस गम में वह पागल हो जाता हैं.
पंकज सिंह द्वारा लिखित इस नाटक की परिकल्पना और निर्देशन रंजीत कुमार ने किया था. नाटक में झुनझुन की भूमिका में रंजीत राज, छोटू के रूप में निशांत कुमार झा और सेठ के रोल में सुशांत चक्रवर्ती ने अपने अभिनय से दर्शकों की तालियां बटोरीं. अन्य भूमिकाओं में विजय, अजीत कुमार एवं विवेक कुमार ने अच्छा अभिनय किया.

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