अवैध शराब व जुए पर लगाम
हाजीपुर : कहते हैं कि अपराध की आरंभिक सीढ़ी जुआ और शराब से प्रारंभ होती है और बीत रहे वर्ष में वैशाली पुलिस ने इसके विरुद्ध कठोर कदम उठा कर अपने नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है हालांकि वर्ष के अंतिम माह में घटित कुछ घटनाओं ने उसके दामन में दाग भी लगाये हैं. […]
हाजीपुर : कहते हैं कि अपराध की आरंभिक सीढ़ी जुआ और शराब से प्रारंभ होती है और बीत रहे वर्ष में वैशाली पुलिस ने इसके विरुद्ध कठोर कदम उठा कर अपने नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है हालांकि वर्ष के अंतिम माह में घटित कुछ घटनाओं ने उसके दामन में दाग भी लगाये हैं. छोटी-बड़ी घटनाओं को छोड़ कर बीत रहा वर्ष शांतिपूर्ण रहा और पुलिस प्रशासन को कई मामलों के उद्भेदन एवं बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी के रुप में सफलता मिली है.
जुए का अड्डा बंद होने से गरीबों के घर में लौटी खुशी : बीत रहे वर्ष के उत्तरार्ध में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में वैशाली पुलिस को तब बड़ी सफलता मिली जब उसने जिले में चलने वाले जुए के अड्डों को ध्वस्त कर उसे पूर्णत: बंद करा दी. जुए के अड्डा के बंद होने से न केवल अपराध के ग्राफ में गिरावट दर्ज किया गया बल्कि उन गरीबों के घरों में भी खुशियां लौट गई जिनके परिवार के सदस्य अपनी गाढ़ी पसीने की कमाई को वहां गमा कर लौटते थे और बच्चों को भूखे पेट सोने को विवश होना पड़ता था.
अवैध शराब के धंधे पर लगा अंकुश : हाल के दिनों में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर वैशाली पुलिस ने अवैध शराब के विरुद्ध सतत अभियान चला कर उसपर काफी हद तक अंकुश लगाने में सफलता प्राप्त की. जानकारों का मानना है कि लगभग सभी आपराधिक घटनाओं की योजना जुए और शराब के अड्डों पर बनती है और अवैध शराब के धंधे पर अंकुश लगने का नतीजा यह हो रहा है कि छोट-छोटे अपराध की घटनाओं में कमी आयी और गरीबों के घर में खुशियां लौटने लगी है.
पदाधिकारी खोकर भी बचाया सौहार्द : गत माह लालगंज बाजार में घटित एक घटना के बाद सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के असामाजिक तत्वों की साजिश को जिस तत्परता के साथ वैशाली पुलिस ने नाकाम किया वह तारीफ के काबिल है, हालांकि इस दौरान उसे अपने एक काबिल पदाधिकारी को भी खोना पड़ा है. इसके अलावे समय-समय पर उसने विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिये भी सक्रिय कार्रवाई की है.