बीएसएनएल के कर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप
देसरी : भारत संचार निगम लिमिटेड अपने व्यवसाय को चलाने के लिए अपने कर्मचारियों पर करोड़ों रुपये वेतन के रूप में खर्च करता है फिर भी कंपनी निजी कंपनियों से पिछड़ी हुई है. निजी कंपनियां आकर्षक ऑफर के जरिये व फ्री में सिम वितरण कर अपना व्यवसाय चमका रही हैं. जिन्हें टक्कर देने के लिए […]
देसरी : भारत संचार निगम लिमिटेड अपने व्यवसाय को चलाने के लिए अपने कर्मचारियों पर करोड़ों रुपये वेतन के रूप में खर्च करता है फिर भी कंपनी निजी कंपनियों से पिछड़ी हुई है. निजी कंपनियां आकर्षक ऑफर के जरिये व फ्री में सिम वितरण कर अपना व्यवसाय चमका रही हैं. जिन्हें टक्कर देने के लिए बीएसएनएल भी फ्री में सिम वितरण कर एवं एमएनपी के माध्यम से बीएसएनएल में आने के लिए इच्छुक नये ग्राहकों को जोड़ने की मुहिम चलायी.
बीएसएनएल के वरीय पदाधिकारियों की घोषणा के अनुरूप ग्राहकों को फ्री में सिम देने तथा उसमें छह या सात रुपये के रिचार्ज पर सौ रुपये की टॉकटाइम एवं अन्य कई सेवाएं उपलब्ध हैं. जबकि सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीएसएनएल के जिला प्रबंधक कार्यालय में सिम बिक्री कर रहे कर्मचारियों द्वारा बिना रसीद दिये ही 20 रुपये लेकर उपभोक्ताओं एमएनपी सिम दिया जाता है और कहा जाता है कि टावर आने पर खुद छह रुपये करा लीजिएगा. ऐसे में कंपनी के मंसूबे को बीएसएनएल के कर्मचारी ताक पर रख कर उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे हैं.