नप कर्मियों ने निकाला आक्रोश मार्च

लंबे समय से स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे नगर पर्षद के सफाई कर्मचारियों ने अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ के बैनर तले संगठित होकर अपनी मांगों के समर्थन में संघर्ष की शुरुआत की है. नप द्वारा सफाई कार्य ठेका पर देने के बाद उनके सामने अपनी जीविका की सुरक्षा का सवाल है. कर्मी कार्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2016 4:23 AM

लंबे समय से स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे नगर पर्षद के सफाई कर्मचारियों ने अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ के बैनर तले संगठित होकर अपनी मांगों के समर्थन में संघर्ष की शुरुआत की है. नप द्वारा सफाई कार्य ठेका पर देने के बाद उनके सामने अपनी जीविका की सुरक्षा का सवाल है. कर्मी कार्य संस्था पर शोषण का आरोप लगाते रहे हैं.

हाजीपुर : नगर पर्षद कर्मियों के हक अधिकार की आवाज बुलंद की गयी. अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ की जिला इकाई ने शहर में आक्रोश मार्च निकाला. शहर के विभिनन मार्गों से गुजरते हुए मार्च समाहरणालय परिसर पहुंचा, जहां संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिला पदाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा. नगर पर्षद के सफाई कर्मचारियों के साथ कार्य एजेंसी द्वारा की जा रही कथित मनमानी और शोषण पर संघ के नेताओं ने आक्रोश प्रकट किया. कार्यक्रम का नेतृत्व संघ के जिला सचिव ललन राम एवं नगर पर्षद शाखा के अध्यक्ष उपेंद्र राम ने किया. जयमंती देवी, शीला देवी, मुन्ना जंगली, शंभु राम, चंदन कुमार, लाली राम, मनोज नथुनी आदि ने अपने विचार प्रकट किये.
ये हैं संघ की मांगें
नगर पर्षद में एनजीओ द्वारा कराये जा रहे सफाई कार्य में दैनिक मजदूरों की हाजिरी बही और भुगतान पंजी की जांच करायी जाये.
कार्य एजेंसी द्वारा इनकी बहाली की प्रक्रिया की जांच करायी जाये.
मजदूरों को इएसआइ की स्वास्थ्य योजना से जोड़ा जाये.
इपीएफ के भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जाये.
कार्यरत कर्मियों का भुगतान बैंक खाता से सुनिश्चित कराया जाये.
ठेका प्रथा समाप्त कर स्थायी बहाली न होने तक दैनिक मजदूरों को संविदा पर बहाल किया जाये.

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