सफलता. वीडियो फुटेज से पहचान कर पुलिस ने अपराधियों को पकड़ा, एटीएम कार्ड बदल लेते थे
तीन शातिर गिरफ्तार, नकद बरामद तंबाकू व्यवसायी से एटीएम कार्ड बदल शातिरों ने निकाले थे खाते से 2.96 लाख तीनों ने बांट लिये अपने हिस्से जिला पुलिस ने तीन अपराधियों को वीडियो फुटेज से पहचान कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ये तीनों शातिर लोगों के एटीएम कार्ड काे बदल कर उनके खातों […]
तीन शातिर गिरफ्तार, नकद बरामद
तंबाकू व्यवसायी से एटीएम कार्ड बदल शातिरों ने निकाले थे खाते से 2.96 लाख
तीनों ने बांट लिये अपने हिस्से
जिला पुलिस ने तीन अपराधियों को वीडियो फुटेज से पहचान कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ये तीनों शातिर लोगों के एटीएम कार्ड काे बदल कर उनके खातों से राशि की निकासी कर लेते थे. इनकी गिरफ्तारी से कई और खुलासे होने की संभावना है.
हाजीपुर : विभिन्न एटीएम सेंटरों के निकट खड़ा होकर लोगों की सहायता करने के नाम पर उनका कार्ड बदल कर खाते से राशि उड़ानेवाले तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जिले में अपराध नियंत्रण के लिए चलायी जा रही सघन गश्ती और छापेमारी के दौरान पुलिस को यह सफलता मिली.
गिरफ्तार तीनों शातिरों पर एक एटीएम कार्ड बदल कर खाते से 2.96 लाख रुपये निकाल लेने का आरोप है.
क्या है मामला : पातेपुर थाना क्षेत्र के सिमरवाड़ा गांव स्थित एक एटीएम सेंटर से एक व्यक्ति, जो तंबाकू का व्यवसाय करता है, राशि निकालने गया और कठिनाई होने पर वहां खड़े युवक से सहायता की मांग की. सहायता के दौरान ही युवक ने उसका एटीएम कार्ड बदल लिया और राशि नहीं निकलने की बात कह कर उस व्यक्ति को लौटा दिया. राशि की आवश्यकता होने के कारण वह व्यक्ति तत्काल बैंक की शाखा में गया,
जहां उसे बताया गया कि उसके खाते से 2.96 लाख रुपये की निकासी एटीएम के माध्यम से कर ली गयी है. पीड़ित व्यक्ति ने तत्काल पातेपुर पुलिस को सूचना दी. पातेपुर पुलिस ने बयान के आधार पर अज्ञात चोर के विरुद्ध मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया.
वीडियो फुटेज से पकड़ में आया शातिर : पुलिस ने अपना अनुसंधान प्रारंभ करते हुए उस एटीएम के वीडियो फुटेज को खंगाला और तीन शातिरों को चिह्नित किया. चिह्नित करने के बाद पुलिस ने अपने अनुसंधान में पाया कि तीनों युवक एटीएम के पास खड़े रहते हैं और जैसे ही कोई निरक्षर, बुजुर्ग या एटीएम संचालित करने में असमर्थ व्यक्ति वहां पहुंचता है कि वह उनकी सहायता के लिए पहुंच कर उसके कार्ड को बदल लेता है और राशि की निकासी कर लेता है.
कौन हैं तीनों शातिर : वीडियो फुटेज के आधार पर चिह्नित और छापेमारी में गिरफ्तार किये गये तीनों शातिर सिमरवाड़ा गांव के क्रमश: जगरनाथ साह के पुत्र संतोष कुमार, मो इस्लाम के पुत्र मो सितारे एवं गनौर साह के पुत्र कंचन कुमार हैं.
कैसे मिली सफलता : पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि तीनों युवक निकाली गयी राशि के साथ सिमरवाड़ा गांव में छिपे हुए हैं. सूचना मिलते ही पातेपुर थानाध्यक्ष अवर निरीक्षक चंदन कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने बताये गये स्थान पर छापेमारी कर निकाली गयी राशि में से 1.40 लाख रुपये के साथ तीनों युवक को गिरफ्तार कर लिया.
तीनों ने बांट लिये थे अपने हिस्से : एटीएम कार्ड बदल कर दूसरे के खाते से निकाली गयी राशि के बंटवारे में तीनों ने कोई देर नहीं की. हालांकि तीनों को बराबर हिस्सा नहीं मिला था, लेकिन उनमें इसको लेकर कोई विवाद नहीं था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने संतोष कुमार के घर में पलंग के नीचे तकिया से 1.40 लाख रुपये बरामद किये. पूछताछ में संतोष ने बताया कि सिमरवाड़ा सिंडिकेट बैंक से 2.96 लाख रुपये की निकासी की गयी थी, जिसमें उसे 1.41 लाख, मो सितारे को 1.40 एवं कंचन कुमार को 25 हजार रुपये मिले. मो सितारे ने अपने हिस्से की राशि एक संबंधी के खाते पर जमा कर दी, लेकिन खाता गलत दर्ज हो जाने के कारण वह दूसरे के खाते पर चला गया.
सिमरवाड़ा और महुआ होता था टारगेट : पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि सिमरवाड़ा और महुआ के एटीएम इन शातिरों का टारगेट होता था और वृद्ध एवं असमर्थ व्यक्ति को ही टारगेट करते थे.
क्या कहते हैं एसपी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस तरह की घटनाओं के बाद यदि सही समय पर शिकायत की जाये, तो अपराधी को पकड़ने में सफलता मिलती है. लेकिन, सामान्यत: लोगों को काफी देर से जानकारी मिलती है कि उनके कार्ड को बदल कर किसी ने राशि निकाल ली. सामान्यत: एटीएम के वीडियो में 15 दिन तक का ही मेमोरी सुरक्षित रहता है
और इसी बीच की घटनाओं की जानकारी मिल सकती है. निकाली गयी राशि के साथ अपराधियों की गिरफ्तारी हाल के दिनों की पहली घटना है.