सड़क पर अतिक्रमण हुआ लाइलाज
Advertisement
चिंताजनक. हर दिन हर घंटे हजारों लोगों को परेशान करता रहता है अतिक्रमण
सड़क पर अतिक्रमण हुआ लाइलाज शहर में जाम और अतिक्रमण की समस्या एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है. ऐसा नहीं है कि इसके निदान की कोशिश नहीं हुई. लेकिन सच तो यही है कि इस समस्या से नागरिकों को निजात दिलाने के जो भी प्रयास हुए, वह बेकार चले गये. वेंडिंग जोन नहीं बनाये जाने […]
शहर में जाम और अतिक्रमण की समस्या एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है. ऐसा नहीं है कि इसके निदान की कोशिश नहीं हुई. लेकिन सच तो यही है कि इस समस्या से नागरिकों को निजात दिलाने के जो भी प्रयास हुए, वह बेकार चले गये. वेंडिंग जोन नहीं बनाये जाने का खामियाजा यहां के नागरिकों को भुगतान पड़ रहा है.
हाजीपुर : यदि आप नगरवासियों से सवाल करें कि ऐसी कौन-सी समस्या जो आपको सबसे ज्यादा परेशान करती है, तो इस पर हर दूसरे आदमी का जवाब होगा-शहर में जाम और अतिक्रमण. जी हां, शहर की यह ऐसी समस्या है, जो हर दिन हर घंटे हजारों लोगों को हलकान करती रहती है. आम नागरिकों की बात कौन कहे, पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों को भी इसका सामना करना पड़ रहा है. अभी चंद रोज पहले की बात है, जब शहर के गांधी चौक पर जाम में फंसे पुलिस कप्तान राकेश कुमार को निकालने के लिए पुलिस कर्मियों को मशक्कत करनी पड़ी. आवास से दफ्तर जाने के दौरान एसपी साहब की गाड़ी जब जाम में फंसी, तो पुलिस वालों ने लाठियां चटका कर रोड क्लियर कराया.
ज्यों-ज्यों दवा की, मर्ज बढ़ता ही गया :कहने की जरूरत नहीं कि शहर में जाम और अतिक्रमण की समस्या एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है. ऐसा नहीं है कि इसके निदान की कोशिश नहीं हुई. लेकिन सच तो यही है कि इस समस्या से नागरिकों को निजात दिलाने के जो भी प्रयास हुए, वे बेकार चले गये. नगर पर्षद और पुलिस प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चला कर थक चुके, पर इसका कोई नतीजा नहीं निकला.
चंद रोज की सुधार के बाद स्थिति फिर जस की तस हो जाती है. जिस गांधी चौक पर बीते सोमवार को पुलिस अधीक्षक जाम में फंसे, उसी चौक पर कुछ दिनों पहले खुद खड़े होकर उन्होंने अतिक्रमण हटवाया था.
वेंडिंग जोन का निर्माण है समस्या का समाधान : अनुभव बताते हैं कि इस समस्या का समाधान सिर्फ अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं, बल्कि शहर में वेंडिंग जोन का निर्माण है. वेंडिंग जोन नहीं बनाये जाने का खामियाजा यहां के नागरिकों को भुगतान पड़ रहा है. जानकारों का कहना है कि शहर में दिन भर रुक-रुक कर लगने वाले जाम का मुख्य कारण सड़कों का अतिक्रमण है. फुटपाथ दुकानदारों तथा वेंडरों द्वारा शहर के चौक चौराहों से लेकर सड़क की दोनों तरफ ठेले और पटरी पर दुकान लगाने के कारण जाम की स्थिति पैदा होती रहती है. शहर के गांधी चौक, कचहरी रोड, राजेंद्र चौक, गुदरी रोड, यादव चौक, सिनेमा रोड, हॉस्पीटल रोड, बुद्धमूर्ति चौक, जौहरी बाजार समेत अन्य मागोर्ं की स्थिति हमेशा बदतर रहती है, जहां पैदल गुजरने वालों को भी गुत्थम-गुत्थी करना पड़ता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement