पारा 42 के पार, लोगों में हाहाकार
हाजीपुर : मौसम के मिजाज में आये परिवर्तन के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है. मौसम का पारा अप्रैल के दूसरे सप्ताह में ही 42 से अधिक हो जाने से लोगों की दिनचर्या में तब्दीली आने लगी है. लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच मंगलवार को हाजीपुर का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियश दर्ज […]
हाजीपुर : मौसम के मिजाज में आये परिवर्तन के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है. मौसम का पारा अप्रैल के दूसरे सप्ताह में ही 42 से अधिक हो जाने से लोगों की दिनचर्या में तब्दीली आने लगी है. लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच मंगलवार को हाजीपुर का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया. मौसम की इस बेरुखी के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है. सर्दी-खांसी जैसी बीमारी के कारण लोग परेशान है.
देह को झुलसा देनेवाली गरमी : अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ही देह को झुलसा देनेवाली गरमी के कारण लोग परेशान हैं. जिला मुख्यालय में दिन के 10 बजे के बाद ही सड़कों पर भीड़ छंटने लगती है और लोग अधिक आवश्यकता होने पर ही घर से निकल रहे हैं. गरमी के इस रुख से लोग काफी चिंतित हैं कि यदि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ही यह स्थिति है, तो मई-जून में क्या स्थिति होगी. बाइक सवारों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
और वे नाक-मुंह बांध कर सफर कर रहे हैं.
बच्चों के लिए हो रही कठिनाई : व्यस्क और बुजुर्ग लोग तो किसी तरह इसे सहन कर ले रहे हैं, लेकिन बच्चों को काफी कठिनाई हो रही है. जिले के अधिकतर विद्यालयों का कार्यकाल 8.30 बजे से 1.30 बजे तक है. हालांकि जिला प्रशासन ने बुधवार से विद्यालयों को सुबह 6.30 से दिन के 11.30 तक संचालित करने का आदेश दिया है, जिससे राहत मिलने की संभावना है. जब विद्यालयों में छुट्टी होती है, तब बच्चों की बेचैनी देखते ही बनती है. यदि शहर में कहीं जाम की स्थिति हो ,तब उन छोटे-छोटे बच्चों की बेचैनी बढ़ जाती है. कई बच्चे कड़ी धूप के कारण बीमार हो गये हैं.
शाम होने के बाद बाजार में बढ़ती है भीड़ : मौसम में आये परिवर्तन के कारण लोगों के दिनचर्या में बदलाव आया है. लोग दिन में अपने घरो में दुबके रहते हैं. शाम ढलने के बाद लोग बाजार का रुख करते हैं और आवश्यक कार्य निबटाते हैं. बाजारों में सन्नाटे के कारण दुकानदार शाम ढलने की प्रतीक्षा में रहते हैं, ताकि कुछ व्यवसाय हो सके.
डायरिया और चेचक से परेशान हो रहे लोग : शरीर को झुलसा देनेवाली गरमी के कारण लोगों में जुकाम, डायरिया और चेचक का प्रकोप बढ़ गया है. लोग इन बीमारियों से त्रस्त हैं.
शीतल पेय की दुकानों पर बढ़ी भीड़ : तापमान में वृद्धि के साथ ही शीतल पेय की दुकानों पर भीड़ बढ़ी है और इसका नाजायज लाभ उठाते हुए दुकानदार निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं. गरमी से निजात पाने के लिए आतुर लोग उनकी मनमानी सहने को विवश हैं. इसके साथ ही तरबूज, ईंख का रस और सत्तू की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ी है.