मालभाड़े से होती है क्षतिपूिर्त
प्रति यात्री 76 पैसे का खर्च आता है, जबकि यात्री भाड़ा द्वारा रेलवे को मात्र 34 पैसा प्राप्त होता है रेलवे की उपलब्धि व लक्ष्य पर हुई समीक्षा यात्री परिचालन में करीब 34 हजार करोड़ का घाटा होता है, जो मालभाड़ा से प्राप्त आय से भरा जाता है वर्ष पूर्व मध्य रेल द्वारा तीन दक्षता […]
प्रति यात्री 76 पैसे का खर्च आता है, जबकि यात्री भाड़ा द्वारा रेलवे को मात्र 34 पैसा प्राप्त होता है
रेलवे की उपलब्धि व लक्ष्य पर हुई समीक्षा
यात्री परिचालन में करीब 34 हजार करोड़ का घाटा होता है, जो मालभाड़ा से प्राप्त आय से भरा जाता है
वर्ष पूर्व मध्य रेल द्वारा तीन दक्षता शील्ड प्राप्त करने पर बधाई दी
हाजीपुर : रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात सह पदेन सचिव, भारत सरकार मो जमशेद पूर्व मध्य रेल की यात्रा पर सोमवार को पहुंचे. उन्होंने रेल सभागार में पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक आदित्य कुमार मित्तल एवं विभागाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की. इस अवसर पर यातायात के क्षेत्र में पूर्व मध्य रेल की उपलब्धियों एवं निर्धारित लक्ष्यों पर आधारित एक पावर प्वाइंट प्रेजेटेंशन की प्रस्तुति की गयी.
बैठक में पूर्व मध्य रेल के अपर महाप्रबंधक टीपी सिंह सहित अन्य विभागाध्यक्ष उपस्थित थे. समीक्षा बैठक में मुख्य परिचालन प्रबंधक बीडी राय ने परिचालन से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर संक्षिप्त चर्चा की. मुख्य माल भाड़ा परिवहन प्रबंधक नीरज अंबष्ट ने माल लदान, मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक उपेंद्र सिंह ने यात्री यातायात, उप मुख्य परिचालन प्रबंधक/योजना वीरेंद्र ने यातायात सुविधा एवं न्यू साइडिंग के निर्माण से संबंधित कार्य पर अपने विचार व्यक्त किये. इसी तरह मुख्य वाणिज्य प्रबंधक महबूब रब ने आय एवं वाणिज्य विषयों पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर महाप्रबंधक आदित्य कुमार मित्तल ने सदस्य यातायात मो0 जमशेद के समक्ष अपनी बात रखी, जिस पर रेलवे बार्ड से निर्णय या हस्तक्षेप अपेक्षित है.
रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात मो जमशेद ने समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यालय एवं कार्यस्थल पर आवश्यकतानुसार समय-समय पर समीक्षा बैठक करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि यह बैठक इसी कड़ी की शुरुआत है. पिछले दो रेल बजटों में काफी परिवर्तन हुए हैं तथा अब बड़े पैमाने पर क्षमता विस्तार की दिशा में कदम उठाये जा रहे हैं. रेल बजट के आकार में वृद्धि हुई है. यह अगले वर्ष तक 1.84 लाख करोड़ आने का अनुमान है. उन्होंने कोर सेक्टर पर आयी मंदी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे रेल परिवहन पर नकारात्मक असर पड़ा है.
उन्होंने यह भी कहा कि साल-दर-साल माल एवं यात्री भाड़े के अंतर में काफी वृद्धि हुई है. इसी अंतर के कारण यात्री परिचालन में करीब 34 हजार करोड़ का घाटा होता है, जो मालभाड़े से प्राप्त आय से भरा जाता है. दरअसल यात्री यातायात में प्रतियात्री प्रति किलोमीटर रेलवे द्वारा 76 पैसे का खर्च आता है, जबकि यात्री भाड़ा द्वारा रेलवे को मात्र 34 पैसा प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि रेलवे के निष्पादन क्षमता पर अन्य मंत्रालयों को काफी भरोसा है.
माल लदान में वृद्धि के लिए हाल में 10 नीतिगत परिवर्तन किये गये हैं, जिनमें से पोर्ट कंजेशन चार्ज का हटना, बीजी सीजन चार्ज में छूट, दोहरी मूल्य निर्धारण को वापस लेना और सीमेंट की ढुलाई बीसीएन रैक की आपूर्ति की गयी है इत्यादि निर्णय शामिल हैं. इसके फायदे भी हुए हैं. रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात मो. जमशेद ने इस वर्ष पूर्व मध्य रेल द्वारा तीन दक्षता शील्ड प्राप्त करने पर बधाई दी. उन्होंने पूर्व मध्य रेल के कार्य निष्पादन की प्रशंसा की. मुख्य वाणिज्य प्रबंधक महबूब रब ने धन्यवाद ज्ञापन किया.