राज्य सरकार नहीं दे रही जमीन
अंतरराज्यीय किसान गोष्ठी का केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान व राधामोहन सिंह ने किया उद्घाटन जमीन के अभाव में नहीं लग पा रहा उद्योग हाजीपुर : हाजीपुर में जमीन की कमी के कारण किसी ने उद्योग लगाने की बात सोचना भी बंद कर दिया है. नाइपर, जो हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार […]
अंतरराज्यीय किसान गोष्ठी का केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान व राधामोहन सिंह ने किया उद्घाटन
जमीन के अभाव में नहीं लग पा रहा उद्योग
हाजीपुर : हाजीपुर में जमीन की कमी के कारण किसी ने उद्योग लगाने की बात सोचना भी बंद कर दिया है. नाइपर, जो हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार दे सकता था, लेकिन जमीन के अभाव में उसका विकास नहीं हो सका. राज्य सरकार से नाइपर के लिए 450 एकड़ जमीन की मांग की गयी थी, लेकिन मात्र कुछ एकड़ जमीन उपलब्ध करायी गयी़ ये बातें केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राम विलास पासवान ने बसावन सिंह इनडोर स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय अंतरराज्यीय किसान गोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कहीं.
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा आयोजित इस गोष्ठी की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने की. अपने संबोधन में श्री पासवान ने बिहार सरकार पर केंद्र द्वारा दी गयी राशि का सदुपयोग नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि इसलिए केंद्र सरकार अब अपने से काम करा रही है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की चर्चा की.
बागबानी से आयेगी किसानों में समृद्धि : वहीं, अपने अध्यक्षीय संबोधन में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि किसानों में बागवानी यानी फल, फूल और सब्जी की खेती से समृद्धि आयेगी. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड ने देश के बड़े कृषि वैज्ञानिकों को आपके बीच लाया है ताकि आप उनसे अपनी समस्या साझा कर सकें. कृषि तकनीक की जानकारी लेकर खेती करने से उनके आमदनी में वृद्धि होगी और लागत में कमी आयेगी, जो उनके खुशहाली का मार्ग प्रशस्त करेगा.
गोरौल में केला अनुसंधान केंद्र इसी साल: राधामोहन सिंह ने कहा कि इसी साल वैशाली जिले के गोरौल में केला अनुसंधान केंद्र की स्थापना होगी, जिसके लिए नीतिगत निर्णय लिया जा चुका है और इस साल के अंत तक उसका शिलान्यास कर निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया जायेगा. केला अनुसंधान केंद्र की स्थापना से जिले के केला उत्पादक किसानों को लाभ होगा.
13 राज्यों के किसान ले रहे भाग : इस दो दिवसीय अंतरराज्यीय किसान गोष्ठी में 13 राज्यों के किसान अपने
उत्पाद के साथ भाग ले रहे हैं, जो अपने अनुभवों को किसानों के साथ साझा करेंगे. राज्य में मोतिहारी और बरही के बाद आयोजित इस गोष्ठी में किसानों के विभिन्न उत्पादों के 42 स्टॉल लगाये गये हैं.