पुलिस के हाथ नहीं आया एक भी आरोपित

हाजीपुर : एक बहन को चार लोग घेर लेते हैं. उनमें से एक मांग भर देता है. समाज देखता रहता है. फिर घटना आग की तरह पूरे गांव-समाज में फैल जाती है. लड़की के भाई को वही समाज चिढ़ाता भी है. घटना से आहत भाई खुदकुशी कर लेता है. जी हां, हम लंगा पानापुर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2016 4:46 AM

हाजीपुर : एक बहन को चार लोग घेर लेते हैं. उनमें से एक मांग भर देता है. समाज देखता रहता है. फिर घटना आग की तरह पूरे गांव-समाज में फैल जाती है. लड़की के भाई को वही समाज चिढ़ाता भी है. घटना से आहत भाई खुदकुशी कर लेता है. जी हां, हम लंगा पानापुर की घटना का जिक्र कर रहे हैं. इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना का गवाह हमारा समाज भी था जो सिर्फ दर्शक बना रहा. सोमवार की यह घटना सदर थाने के पानापुर लंगा गांव की है

जहां नाबालिग छात्रा पूजा करने गयी थी. उस दौरान उसकी मांग मनचले ने जबरन भर दी थी. लड़की ने इस घटना को छिपाने की कोशिश की लेकिन गांव के ही कुछ लोगों ने उसके भाई को इतने ताने मारे कि उसने घर में ही फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली. अपने भाई को मृत देख बहन ने भी फांसी लगा कर खुदकुशी करने की कोशिश की जिसे परिजनों की मदद से बचा लिया गया. घटना के तीन दिन बाद भी थानाध्यक्ष का कहना है

कि चारों आरोपितों की खोज की जा रही है. छापेमारी के दौरान ये सभी अपने घर पर नहीं पाए गए. पुलिस अब इनके रिस्तेदारों का अता-पता कर इनकी तलाश करने में जुटी है. पीड़िता के डरे-सहमे परिजन मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं.

डायल करें 100 : अखबार, टीवी, सामाजिक संस्थानों, रेडियो और कई माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जाता है कि किसी प्रकार कि घटना, दुर्घटना, परेशानी में 100 नंबर डायल कर पुलिस की मदद लें, लेकिन हमारा समाज तमाशबीन बना देखता रहता है. लोक-लाज से वह लड़की बचना चाही, लेकिन हमारे समाज के कुछ लोग जो हर बात पर अपना उपदेश देने आ जाते हैं, तमाशबीन बने देखते हैं और फिर बाद में उत्पीड़न के शिकार लोगों को मानसिक और सामाजिक ताना और उत्पीड़न देने लगते हैं.

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