हाजीपुर : बिहार में इंटर टॉपर्स घोटालामामले की जांच कर रही एसआइटी को आज अहम कामयाबी मिली है.एसआइटी ने आज इस मामले में आरोपीसाइंसटॉपर राहुलकुमार को वैशाली से गिरफ्तारकरलिया है. राहुल को चांदपुरा थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक राहुल यहां अपने किसी रिश्तेदार के घर में छुपकर रह रहा था.
इससे पहलेबिहारबोर्ड ने इंटर साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार का रिजल्ट रद्दकरदिया था. राहुल इंटर साइंस में तीसरे टॉपर थे.दरअसल, बिहार बोर्डद्वारा बीतेदिनों इंटरव्यूकेलिए 14 टॉपरों को बुलायागया था. इसमें से 13 इंटरव्यू देने पहुंचे. इंटरव्यू के बाद 13 में से 11 को पास कर दिया गया है. जबकि शीर्ष 2 परीक्षार्थी सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार का रिजल्ट रद्द करने का निर्णय लिया गया है. वहीं ऑर्ट्स टॉपर रुबी राय को एक मौका दिया गया था. बाद में रूबी इंटरव्यू के लिए बोर्ड पहुंची थी. जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.
गौर हो कि इसमामले पर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि शालिनी राय की कॉपी में छेड़छाड़ हुई है. इसकी उत्तर पुस्तिका में जहां कॉपी संख्या अंकित रहता है, उसे फाड़ कर अलग किया हुआ है. जालसाजी कर बगल के स्थान पर कॉपी संख्या अंकित की गयी है. दिलचस्प तथ्य यह है कि प्राथमिकी में शालिनी राय (रौल कोड 33014, रौल नंबर 10106) को इंटर साइंस का टॉपर बताया गया है, जबकि उसका नाम बिहार बोर्ड की टॉपर लिस्ट में ही नहीं है.
प्राथमिकी में सौरभ श्रेष्ठ को इंटर साइंस का सेंकेंड टाॅपर और राहुल कुमार को चतुर्थ टॉपर बताया गया है, जबकि बिहार बोर्ड की टॉपर लिस्ट में सौरभ श्रेष्ठ 426 अंक लाकर मेरिट लिस्ट में पहले स्थान पर और राहुल कुमार 423 अंक लाकर तीसरे स्थान पर रहे. बतादें कि साइंस की टॉप-10 मेधा सूची में वीआर कॉलेज, कीरतपुर, भगवानपुर, वैशाली के तीन छात्रों पहले स्थान पर सौरभ श्रेष्ठ, तीसरे स्थान पर राहुल कुमार और सातवें स्थान पर शिवानी सिंह ने ही जगह बनायी थी. विवाद के बाद बिहार बोर्ड के रिजल्ट वेबसाइट पर से सौरभ श्रेष्ठ व राहुल कुमार के साथ ही शालिनी रॉय के मार्क्सशीट से उनके सभी विषयों के अंक हटा दिये गये.