पत्नी की हत्या कर भाग रहे दामाद को पीट कर मार डाला
वैशाली : प्रखंड क्षेत्र के मदरना गोरथांन गांव में बुधवार की देर रात धारदार हथियार से पति ने अपनी पत्नी की हत्या उसके मायके में ही कर दी. बाद में लोगों ने आरोपित पति को दौड़ा-दौड़ा कर जम कर पीटा. अधमरे की स्थिति में इलाज के लिए ले जाने के दौरान उसकी भी मौत हो […]
वैशाली : प्रखंड क्षेत्र के मदरना गोरथांन गांव में बुधवार की देर रात धारदार हथियार से पति ने अपनी पत्नी की हत्या उसके मायके में ही कर दी. बाद में लोगों ने आरोपित पति को दौड़ा-दौड़ा कर जम कर पीटा. अधमरे की स्थिति में इलाज के लिए ले जाने के दौरान उसकी भी मौत हो गयी.
मृत 35 वर्षीया रेखा देवी स्थानीय मदरना निवासी धर्मदेव सिंह की पुत्री थी. उसकी शादी 14 वर्ष पूर्व भगवानपुर थाना क्षेत्र के खिरखौना निवासी देवेंद्र सिंह के पुत्र पप्पू सिंह के साथ हुई थी. मिली जानकारी के अनुसार, पप्पू सिंह शराबी प्रवृत्ति का था. इस कारण अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करता रहता था. इससे रेखा देवी अपने तीनों बच्चों -12 वर्षीय शिवम, नौ वर्षीय गोलू और सात वर्षीया नंदनी
पत्नी की हत्या कर भाग रहे दामाद….
के साथ ज्यादातर अपने मायके में ही रहा करती थी. लेकिन, पप्पू सिंह यहां भी आकर उसके साथ मारपीट करता था. पिछले दस दिनों से पप्पू सिंह ससुराल में ही रह रहा था. रात में घर के सभी लोग खाना खाने के बाद बाहर सोने चले गये थे. पप्पू भी उनलोगों के साथ ही घर के बाहर सोया था.
देर रात लगभग 12 बजे के आसपास उसने रेखा को किसी बहाने से बुलाकर घर के पिछवाड़े में ले गया और धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार किया. इससे गरदन, सिर और बांह पर गंभीर चोट लगी और वह लहूलुहान हो गयी. घटनास्थल पर ही कुछ देर छटपटाने के बाद रेखा की मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद पप्पू पास के ही मक्के के खेत में जा छिपा. इधर, जब घर के लोगो ने दोनों को अपने बिस्तर पर नहीं देखा,
तो उनलोगों खोजबीन करने लगे. इसी दौरान घर के पिछवाड़े में रेखा देवी की खून से लथपथ लाश मिली. इसके बाद ससुराल पक्ष के लोग पप्पू की खोजबीन करने लगे.
घर के पास ही मकई के खेत में छिपे पप्पू सिंह को लोगों ने धर दबोचा. आक्रोशित लोगों ने उसकी जम कर पिटाई कर दी. इससे वह मौके पर बेहोश हो गया. घटना की सूचना मिलने पर लालगंज थाना के थानाध्यक्ष ओम प्रकाश और वैशाली थाने के पुलिस अवर निरीक्षक बनारस पासवान वहां पहुंचे. इलाज के लिए हाजीपुर जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.