जिला प्रशासन बाढ़पीड़ितों की पूरी तरह कर रहा मदद, िशविरों में किये गये पुख्ता इंतजाम
हाजीपुर : गंगा के जल स्तर में भले ही कमी से ठहराव आ गया है, लेकिन अब भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जल स्तर के कारण हजारों घर अब भी बाढ़ की चपेट में हैं. जिले के कई थाना क्षेत्र स्थित गांव जो कृषि प्रधान क्षेत्र माने जाते हैं, जहां […]
हाजीपुर : गंगा के जल स्तर में भले ही कमी से ठहराव आ गया है, लेकिन अब भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जल स्तर के कारण हजारों घर अब भी बाढ़ की चपेट में हैं. जिले के कई थाना क्षेत्र स्थित गांव जो कृषि प्रधान क्षेत्र माने जाते हैं, जहां पर पैदा होनेवाली सब्जियां और केले को दूसरे राज्यों तक भेजा जाता है, अब बाढ़ की चपेट में पूरी तरह से प्रभावित है. जिला प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम की भी मदद ली जा रही है.
जिला प्रशासन की ओर से पूरे जिले में 13 बाढ़ राहत शिविर बनाये गये हैं. जिनमे बारह हजार से अधिक लोग रह रहे हैं. इन राहत शिविरों में महनार और सहदेई बुजुर्ग में एक-एक शिविर, राघोपुर में तीन शिविर और बिदुपुर में आठ शिविर लगाये गये हैं. राघोपुर में स्थिति को देखते हुए फतुहा में एक शिविर सोमवार को ही रायपुर विधालय में लगाया गया है. राघोपुर से सबसे जादा बाढ़पीड़ित लोग बाजार समिति दीदारजंग और गंगाब्रिज स्थित शिविरों में बताये जाते हैं.
बालक उच्च विद्यालय, महनार, प्राथमिक विद्यालय, जुड़ावनपुर, गोपालपुर, बेसिक स्कूल चेचर, माध्यमिक विद्यालय कंचनपुर और सैदपुर गणेश के मुखिया का घर में करीबन सात सौ से आठ सौ लोग रह रहे हैं. गंभीरता को समझते हुए डीएम रचना पाटील के निर्देशानुसार डिस्ट्रिक्ट पंचायत राज अफसर आलोक कुमार और आपदा प्रबंधन के बृजेश कुमार अपने सभी अधिकारियों की मदद से इस काम में युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं. प्रशासन की ओर से इन सभी शिविरों पर पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है.