छठपूजा में व्रतियों को होगी सहूलियत

पहल . घाटों की साफ-सफाई के लिए नगर परिषद ने लगाये 70 मजदूर हाजीपुर : चार दिवसीय महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है. छठ व्रतियों को अर्घ में असुविधा नहीं हो, इसके लिए नदी घाटों की सफाई और दुरुस्त किया जा रहा है. नगर के कोनहारा घाट से लेकर बालादास घाट तक सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2016 12:37 AM

पहल . घाटों की साफ-सफाई के लिए नगर परिषद ने लगाये 70 मजदूर

हाजीपुर : चार दिवसीय महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है. छठ व्रतियों को अर्घ में असुविधा नहीं हो, इसके लिए नदी घाटों की सफाई और दुरुस्त किया जा रहा है. नगर के कोनहारा घाट से लेकर बालादास घाट तक सभी घाटों की मरम्मत और साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है. नगर परिषद द्वारा कराए जा रहे इस कार्य में 70 मजदूरों को लगाया गया है.
नगर परिषद का कहना है कि दीपावली के पहले तक घाटों का निर्माण और एक से दूसरे घाटों को जोड़ने वाले लिंक रोड की मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा. दीपावली के बाद नदी में बैरिकेटिंग का काम शुरू होगा. नगर के कदम घाट, पुल घाट, क्लब घाट, महेश्वर घाट आदि पर सफाई का काम पूरा कर लिया गया है.
शेष घाटों पर मरम्मत का काम निपटाया जा रहा है. घाटों की स्थिति पर नजर दौड़ाते हुए प्रभात खबर की टीम ने बुधवार को नगर के कोनहारा घाट का जायजा लिया. जहां सबसे ज्यादा छठब्रतियों की भीड़ जूटती है.
घाट को संवारने में लगे हैं 30 मजदूर : कोनहारा घाट पर छठ पूजा के अवसर पर लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. व्रतियों, श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासनिक तैयारी और इंतजाम के अलावे कई स्वयंसेवी संगठन भी सेवा व सहायत में जुटे रहते हैं. सभी स्तरों पर इस बार और बेहतर व्यवस्था की तैयारी की जा रही है. घाट की सूरत संवारने का काम तेजी से चल रहा है. 30 मजदूरों को इस काम में लगाया गया है. जेसीबी मशीन की सहायता से घाट को समतल करने और सीढ़ी बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.
घाट को अनोखे ढ़ंग से सजाने की नगर परिषद की योजना है.
कोनहारा घाट की मरम्मत और सफाई करते मजदूर .
पौराणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है कोनहारा
गंगा और गंडक के संगम पर नगर के आखिरी और दक्षिण-पश्चिम छोर पर स्थित कोनहारा घाट पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण एक प्राचीन तीर्थस्थल है. कहा जाता है कि यहां द्वापर युग में भगवान कृष्ण आए थे. यह वही घाट है, जिसके बारे में बताया जाता है कि यहां गज और ग्राह की लड़ाई हुई थी. गज की आर्तपुकार पर भगवान विष्णु ने ग्राह से गज की रक्षा की थी. घाट के उत्तरी भाग में विभिन्न धर्मावलंबियों के अनेक मंदिर एवं पूजा स्थल बने हुए है. कोनहारा घाट लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों लोग संगत में स्नान करते है.
आधा दर्जन घाटों का काम पूरा
नगर के सभी घाटों को दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. लगभग आधा दर्जन घाटों का काम पूरा हो चुका है. कोनहारा घाट सहित अन्य घाटों पर मरम्मती का काम जारी है. दीपावली तक यह काम पूरा हो जाएगा. दीपावली के बाद नदी में बैरिकेटिंग का काम शुरू होगा. नदी में गहरे पानी से बचाव एवं सुरक्षा के मद्देनजर इस बार डबल बैरिकेटिंग की जाएगी.
निकेत कुमार सिन्हा’ डब्लू ‘, उपसभापति, नगर परिषद, हाजीपुर

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