चेहराकलां : कालाधन के विरुद्ध मोदी सरकार द्वारा पुरानी 500 व 1000 के नोट बंद किये जाने के निर्णय का आम लोगों पर भी व्यापक असर पड़ा है. जहां शातिरों द्वारा भोली-भाली मजबूर आम जनता से 1000 का नोट 700 तथा 500 का नोट 300 रुपये में विभिन्न हथकंडे अपनाकर लिया जा रहा है. दूसरी ओर पेट्रोल पंपो पर 1000 के नोट वाले को 700 रुपये तथा 500 के नोट वाले को 300 रुपये के पेट्रोल लेने को मजबूर किये जाने की शिकायत मिल रही है.
फलस्वरूप सामान्यतः 100 के पेट्रोल लेने वाले लोग नोट के अनुसार पंप संचालक द्वारा निर्धारित मात्रा में पेट्रोल लेने को बाध्य हैं. क्षेत्र के अधिकतर बैंकों में अन्य सभी बैंकिंग कार्यों की बजाय 500 व 1000 रुपये के नोट संग्रह करने का कार्य गुरुवार को किया गया. राजद नेता सह विशुनपुर अड़रा उपमुखिया देवप्रसाद यादव, भाजपा आरटीआइ प्रकोष्ठ जिला महामंत्री सुमित कुमार प्रभु, समाजसेवी अमरजीत कुमार मोनु सहित अन्य बुद्धिजीवियों ने लोगों से 1000 व 500 के पुराने को औने-पौने दर से शातिरों को देने के बजाय बैंक में जमा करने की अपील की है.