विजिलेंस ने जाली प्रमाणपत्र मामले में दर्ज की प्राथमिकी

गोरौल : प्रखंड के एक नियोजित शिक्षक पर विजिलेंस ने जाली प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. गोरौल थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्ता आशा ठाकुर ने आरोप लगाया है की मध्य विद्यालय रामदासपुर के शिक्षक सुधीर कुमार रद्द […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2016 4:12 AM

गोरौल : प्रखंड के एक नियोजित शिक्षक पर विजिलेंस ने जाली प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. गोरौल थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्ता आशा ठाकुर ने आरोप लगाया है की मध्य विद्यालय रामदासपुर के शिक्षक सुधीर कुमार रद्द विद्यालय से परीक्षा का प्रमाणपत्र पर नौकरी करते आ रहे हैं,

जो संज्ञेय अपराध है. बताया गया है कि पटना उच्य न्यायालय ने बीते वर्ष 22 मई को जांच का आदेश दिया गया था. इसमें ललित नरायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से सुधीर कुमार के प्रमाणपत्र को जांच के लिए भेजा गया, जिसे गलत पाया गया. जिस बीएड के प्रमाण पत्र में वर्ष अंकित है उस वर्ष मान्यता रद्द कर दी गयी थी.

इसमें रामदासपुर विद्यालय के शिक्षक व जिला मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना अंतर्गत बाघी गांव निवासी श्यामसुंदर सिंह के पुत्र सुधीर कुमार ने जानबूझ कर गलत प्रमाणपत्र के आधार पर आर्थिक लाभ पाने के उद्देश्य से नियोजित हुए, जो अवैध है. इस मामले में सुधीर कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.

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