कैश नहीं मिलने पर हंगामा

परेशानी. चमरहरा स्थित ग्रामीण बैंक में ग्राहकों ने की तालाबंदी महनार : प्रखंड क्षेत्र के चमरहरा ग्राम स्थित ग्रामीण बैंक में उपभोक्ताओं ने बैंक की कार्यप्रणाली से नाराज होकर सोमवार को तालाबंदी कर दी. उनका आरोप था कि बैंक पैसा नहीं दे रहा है. लोगों ने शाखा प्रबंधक के विरुद्ध नारेबाजी भी किया. हंगामा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 4:11 AM

परेशानी. चमरहरा स्थित ग्रामीण बैंक में ग्राहकों ने की तालाबंदी

महनार : प्रखंड क्षेत्र के चमरहरा ग्राम स्थित ग्रामीण बैंक में उपभोक्ताओं ने बैंक की कार्यप्रणाली से नाराज होकर सोमवार को तालाबंदी कर दी. उनका आरोप था कि बैंक पैसा नहीं दे रहा है. लोगों ने शाखा प्रबंधक के विरुद्ध नारेबाजी भी किया.
हंगामा के बाद पहुंचे स्थानीय मुखिया अशोक कुमार सिंह, सरपंच नीलेश कुमार सिंह, उपसरपंच गुड्डू सिंह आदि लोगों ने आक्रोशित खाता धारकों की समस्या सुनी. उन लोगों ने जब शाखा प्रबंधक से मिल कर बात की, तो प्रबंधक पैसा लाने के नाम पर बैंक से चुपचाप निकल गये. बाद में किसी तरह जनप्रतिनिधियों और मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों ने लोगों को समझाया और मामले को शांत कराया. इसके बाद बैंक का काम सुचारु रूप से शुरू हुआ.
सोमवार को रुपये नहीं मिलने पर हंगामा करते ग्रामीण.
क्या कहते हैं खाताधारी
मैं 10 दिनों से बैंक का चक्कर लगा रहा हूं. मुझे बैंक द्वारा दो दिन पूर्व एक हजार रुपये का सिक्का दिया था. जिसे गिनने पर मात्र 650 रुपया ही मात्र निकला. जब मैनेजर से कहा तो उन्होंने मेरी बात सुनने से इनकार कर दिया.
विभिषण साह, खाता धारक
क्या कहते हैं अधिकारी
बैंक को ऊपर से ही आवश्यकता के अनुसार पैसा नहीं मिल रहा है, मेरे द्वारा वरीय बैंक के अधिकारियों को लोगों की परेशानी के संबंध में जानकारी दे दी गयी है, शीघ्र ही बैंक को राशि प्राप्त होने वाला है.
विशेश्वर पासवान, शाखा प्रबंधक
क्या कहते हैं मुखिया
एक सप्ताह से अधिक दिनों से ग्रामीण बैंक में सैकड़ों लोग प्रति दिन बैंक का चक्कर लगा कर थक चुके हैं, किंतु बैंक से राशि नहीं मिल रही है. इसके पूर्व भी लोगों ने इस बैंक पर हंगामा किया है.
अशोक कुमार सिंह, मुखिया
लोगों की परेशानी को लेकर शाखा प्रबंधक द्वारा सही पहल नहीं कर पा रहे हैं. कब तक उपभोक्ताओं को जनप्रतिनिधि शाखा प्रबंधक के द्वारा खोखले आश्वासन पर समझाते रहेंगे. शाखा प्रबंधक को पुलिस को फोन करने की बजाय अपने वरीय अधिकारी से मिलकर लोगों को खून-पसीने की कमाई समय से देने का काम करें.
नीलेश कुमार सिंह, सरपंच

Next Article

Exit mobile version