महिला संगठनों ने एसपी के समक्ष किया प्रदर्शन

विरोध . आक्रोशित महिलाओं ने चार घंटे तक समाहरणालय परिसर के गेट को रखा जाम महिला नेत्रियों ने छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद नृशंस हत्या की बात कही हाजीपुर : कथित बलात्कार व हत्या की शिकार छात्रा डीका कुमारी के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए ऐपवा सहित अन्य महिला संगठनों ने संयुक्त रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2017 3:41 AM

विरोध . आक्रोशित महिलाओं ने चार घंटे तक समाहरणालय परिसर के गेट को रखा जाम

महिला नेत्रियों ने छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद नृशंस हत्या की बात कही
हाजीपुर : कथित बलात्कार व हत्या की शिकार छात्रा डीका कुमारी के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए ऐपवा सहित अन्य महिला संगठनों ने संयुक्त रूप से पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में मृत छात्रा डीका की मां कुसमी देवी समेत सैकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने लगभग चार घंटे तक एसपी कार्यालय के मुख्य गेट को घेरे रखा.
ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी, राज्य सह सचिव अनीता सिन्हा, बिहार महिला समाज की सुशीला सहाय, परिवर्तन जन आंदोलन की नेत्री वर्षा जवलजेकर, एआइएमएसएस की साधना मिश्रा, जन सांस्कृतिक मंच, हिरावल की प्रीति प्रभा आदि के नेतृत्व में महिलाओं ने शहर के स्टेशन परिसर से जुलूस निकाला. विभिन्न मार्गों से होकर प्रदर्शनकारी समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय के समक्ष पहुंचे. एसपी की गैरमौजूदगी में डीएसपी ने प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया,
लेकिन आक्रोशित महिलाएं एसपी के अलावा किसी अन्य अधिकारी से वार्ता करने को तैयार नहीं हुईं. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने गेट जाम कर सभा शुरू कर दी. अंतत: लगभग साढ़े चार बजे शाम को एसपी अपने कार्यालय में आएं और प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की. प्रतिनिधि मंडल में पुलिस अधीक्षक को 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की.
ज्ञापन में सदर थाना कांड संख्या 9/17 में छात्रा के साथ सामूहिक बालात्कार की धारा को जोड़े जाने, मृतका डीका की मां का धारा 164 के तहत बयान कराये जाने, आरोपित शिक्षक, प्रिंसिपल, स्टाफ सहित अन्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें एफआइआर में नामजद किये जाने, मामले की न्यायिक जांच कराने, स्पीडी ट्रायल कर हत्यारों को सजा दिलाने,
छात्रा के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा देने, राज्य के सभी एससी-एसटी छात्रावासों, स्कूलों व कॉलेजों एवं आवासीय विद्यालयों में जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने समेत अन्य मांगें शामिल थी. ज्ञापन की प्रति जिलाधिकारी, तिरूहुत प्रक्षेत्र के आइजी, पुलिस महानिदेशक, राज्य मानवाधिकार आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी भेजी गयी. सभा में ऐपवा नेत्री मीना तिवारी ने इस घटना के खिलाफ 19 जनवरी को पटना के कारगिल चौक से मुख्यमंत्री एवं डीजीपी कार्यालय तक जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करने का एलान किया.

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