मुखिया मालती देवी ने किया सरेंडर

मामला गलत जाति प्रमाणपत्र बना कर चुनाव लड़ने का देसरी/सहदेई बुजुर्ग : सहदेई बुजुर्ग प्रखंड क्षेत्र के नयागांव पश्चिमी पंचायत की वर्तमान मुखिया मालती देवी व उनके पति अशोक गुप्ता ने सोमवार को हाजीपुर में एसीजेएम द्वितीय राजेश पांडेय के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं, मुखिया के भाई पंकज कुमार को न्यायालय ने गिरफ्तारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2017 4:08 AM

मामला गलत जाति प्रमाणपत्र बना कर चुनाव लड़ने का

देसरी/सहदेई बुजुर्ग : सहदेई बुजुर्ग प्रखंड क्षेत्र के नयागांव पश्चिमी पंचायत की वर्तमान मुखिया मालती देवी व उनके पति अशोक गुप्ता ने सोमवार को हाजीपुर में एसीजेएम द्वितीय राजेश पांडेय के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं, मुखिया के भाई पंकज कुमार को न्यायालय ने गिरफ्तारी और कुर्की जब्ती पर रोक लगा दी. रविवार को मुखिया के पुत्र वर्तमान पैक्स अध्यक्ष कृष्ण बल्लम गुप्ता ने देसरी थाना पर आत्मसमर्पण किया था.
उन सभी पर देसरी थाना में कांड संख्या 108/16 और कांड संख्या 167/16 के तहत गलत जाति प्रमाणपत्र बना कर आरक्षण का लाभ लेकर मुखिया एवं पैक्स का चुनाव जीतने का आरोप में प्राथमिकी दर्ज है. देसरी थाने में नया गांव पश्चिमी निवासी सुनील महतो व प्रभंश राय ने मामला दर्ज कराया था. इसमें आरोप लगाया था कि मुखिया मालती देवी और उनके पुत्र पैक्स अध्यक्ष कृष्णबल्लम गुप्ता मूल रूप से वैश्य जाति के हैं, जो गैर आरक्षित वर्ग में शामिल हैं.
वे चुनाव में आरक्षण का लाभ लेने के लिए सिंदुरिया बनिया का फर्जी जाति प्रमाणपत्र बना कर नयागांव पश्चिमी पंचायत से चुनाव लड़ कर मुखिया व पैक्स अध्यक्ष बने.
मामले को पुलिस ने अनुसंधान में सही पाया
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए न्यायालय से उसके गिरफ्तारी एवं कुर्की जब्ती करने का आदेश लिया. आदेश मिलते ही देसरी पुलिस कुर्की जब्ती करने के लिए रविवार को दर्जनों पुलिस बल के साथ उनके घर पर गयी थी. इसकी भनक मिलते ही पैक्स अध्यक्ष रविवार को थाना पर और सोमवार को मुखिया मालती देवी व उसके पति और भाई न्यायालय के समक्ष उपस्थित हो गये.
वहां से मुखिया और उसके पति को जेल भेज दिया गया.मालती देवी लगातार तीसरी बार उस पंचायत के मुखिया और उनके पुत्र कृष्णबल्लम गुप्ता भी लगातार दूसरी बार उसी पंचायत से पैक्स अध्यक्ष के पद पर हैं. उधर, मुखिया के जेल जाने पर बीडीओ धीरज कुमार ने बताया कि उस पंचायत के पंचायत सचिव से प्रतिवेदन मांगा गया है. प्रतिवेदन मिलते ही डीएम को भेजा जायेगा. उनके निर्देशानुसार उस पंचायत में विकास कार्य किया जायेगा.

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